UP निकाय चुनावः आरक्षण की वास्तविक स्थिति को लेकर दावेदारों में असमंजस... खुद का हटाकर अब लगा रहे पत्नी का पोस्टर


गोरखपुर। यूपी में निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की सूची का इंतजार पार्षद और दावेदारों पर भारी पड़ता जा रहा है. पहले 20 नवंबर तक सूची आने की बात थी. इसके बाद 23 नवंबर तक की जानकारी मिली. अब 25 नवंबर से 28 नवंबर के बीच सूची आने की बात कही जा रही है. चक्रानुक्रम व्यवस्था में हर हाल में वार्डों का आरक्षण बदलने के कारण दावेदार भी खुलकर सामने नहीं आ पा रहे हैं. जिन लोगों ने होर्डिंग और बैनर लगाए हैं वह भी निश्चिंत नहीं हैं कि क्या होगा. यहां तक कि जिन्होंने किसी तरह पता लगा लिया है कि उनके वार्ड में आरक्षण की स्थिति क्या होगी, वह भी बिना अंतिम सूची आए प्रचार करने से बच रहे हैं.

वर्ष 2017 में नगर निकाय चुनाव तीन चरणों में हुए थे. 22 नवंबर, 26 नवंबर और 29 नवंबर को मतदान हुआ था. एक दिसंबर को परिणाम की घोषणा की गई थी. गोरखपुर में पहले चरण यानी 22 नवंबर को मतदान हुआ था. तब नगर निगम में 70 वार्ड थे. इस बार नगर निगम में 80 वार्ड हो चुके हैं. कई वार्डों में दावेदारों ने पहले खुद की फोटो के साथ होर्डिंग व बैनर लगाया. बाद में पता चला कि सीट महिला होने वाली हैं तो उन्होंने अपनी पत्नी की फोटो के साथ होर्डिंग व बैनर लगवाना शुरू कर दिया. हालांकि अभी कोई वार्ड में आरक्षण की वास्तविक स्थिति को लेकर पूरी तरह विश्वास में नहीं है. सभी की निगाह सूची के अंतिम और आपत्ति के बाद अंतिम प्रकाशन पर टिकी है.

आरक्षण की सूची जारी होने के बाद आपत्ति दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाता है. यानी जब भी अंतिम सूची जारी की जाएगी, उसके तकरीबन नौ दिन बाद भी अंतिम सूची जारी होगी. इस लिहाज से दिसंबर महीने में आरक्षण की अंतिम सूची जारी होने मुश्किल है. सूची जारी होने के बाद चुनाव आयोग अधिसूचना लागू करते हुए नामांकन, नामांकन पत्रों की जांच, नाम वापसी, प्रत्याशियों की सूची, मतदान व मतगणना की तिथि की घोषणा करेगा. माना जा रहा है कि अधिसूचना जारी होने के बाद जनवरी के दूसरे सप्ताह में मतदान हो सकता है.

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