महाराणा प्रताप ने स्वाभिमान से कभी नहीं किया समझौताः बिजेंद्र सिंह

सेना प्रमुख से बैठक कर सीएम से की ये मांग!



आजमगढ़। महाराणा प्रताप सेना की एक आवश्यक बैठक सिधारी स्थित गरुण होटल में अपरान्ह संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता हरिवंश सिंह और संचालन अनिल सिंह ने किया। इस अवसर पर सेना प्रमुख ठाकुर बिजेंद्र सिंह ने कहाकि महाराणा प्रताप एक स्वाभिमानी योद्धा थे, घास की रोटी खाएं लेकिन अपने स्वाभिमान से अपने समझौता नहीं किये। पूर्ववर्ती सकारो ने बच्चो के पाठ्यक्रम से महाराणा प्रताप और शिवा जी जैसे अमर बलिदानी की जीवनी को निकल दिया था, लेकिन सेना ने तत्कालीन महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री मिलकर पुनः उनकी जीवनी को शामिल करवाया गया। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हमारी मांग के अनुसार शहर से पांच किलोमीटर की परिधि के अंदर महाराणा प्रताप प्रेरणा स्थल देने की स्वीकृति दे दी है, जल्द ही जमीन अधिकृत कर प्रेरणा स्थल बनाना शुरू होगा, महाराणा प्रताप के नाम से ट्रेन और दस रुपए के सिक्के पर महाराणा प्रताप जी का चित्र आदि सेना के संघर्ष की देन है, यह सेना एक जाति की नहीं सभी जातियों का समन्वय है, सेना द्वारा विधान परिषद चुनाव में महती भूमिका अदा करने वाले लोगो को देवेंद्र सिंह एमएलसी गोरखपुर अयोध्या के बिकास खंड वार प्रतिनिधियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर रानी की सराय से डॉक्टर सुधीर कुमार श्रीवास्तव, पल्हनी से अनिल सिंह, पल्हना से महेंद्र सिंह आदि थे। हल्दी घाटी से लाई गई मिट्टी से तिलक किया गया।अंत में आगामी 19जनवरी को होने वाली केंद्रीय बैठक की तैयारी की चर्चा की गई तथा दर्जनों नवीन लोगो ने महाराणा प्रताप सेना की सदयता ग्रहण किया।
इस दौरान बैठक को बीर भद्र प्रताप सिंह, महेंद्र सिंह, डॉक्टर सुधीर कुमार श्रीवास्तव आदि लोगो ने संबोधित किया। जय सिंह, अमरनाथ सिंह, अमरेश सिंह, दीपक सिंह, अच्युतानंद त्रिपाठी, बजरंग बहादुर सिंह, रामसिंगर यादव, जवाहर सिंह, राम पलट विश्वकर्मा, अमित सिंह, दुर्गा शुक्ला, त्रिवेणी सिंह, अमरनाथ सिंह, दीनानाथ सिंह, रवि दूबे, संतोष कुमार जायसवाल, रामसूरत मौर्य, जितेन्द्र प्रसाद, संदीप विश्वकर्मा, बजरंग बहादुर सिंह समेत सैकड़ों पदाधिकारी मौजूद रहे।

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