आजमगढ़ । जिला अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के लिए आयी युवती की मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही व पैसा मांगने का आरोप लगाते हुए घटों हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिजनों को शांत कराया।
दरअसल, मुबारकपुर थाना क्षेत्र के लाडो बनकट गांव निवासिनी दिव्यांग अर्चना चौहान 25 बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंची थी। इमरजेंसी में उसकी शुक्रवार को मौत हो गई। युवती की मौत के बाद परिजन डॉक्टरों के मरीज को न देखने और अन्य कर्मचारियों के पैसों की मांग किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। युवती के भाई का कहना था कि बार-बार कहने पर ही डॉक्टर उसे देखने नहीं आए और सिर्फ इंजेक्शन लिख कर इधर-उधर दौड़ाते रहे।
बहन को बुखार तो था ही वहीं उसे दौरा भी पड़ रहा था, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने उसे देखना उचित नहीं समझा। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मशक्कत के बाद परिजनों को इमरजेंसी से बाहर किया। जिला अस्पताल के प्रभारी एसआईसी डॉ. एलजे यादव ने बताया कि पैसा लेने व इलाज में लापरवाही के आरोप निराधार हैं। मृतका मानसिक रूप से बीमार थी। मै खुद मौके पर गया था। बीमारी के चलते ही उसकी मौत हुई है।
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