आजमगढ़: नीलामदार को 55 साल बाद प्रशासन ने दिलाया कब्जा.. भारी पुलिस बल के बीच जीयनपुर से रजादेपुर तक रूट रहा डाइवर्ट!





फहद खान/ सगड़ी। स्थानीय तहसील क्षेत्र के जीयनपुर कस्बा में मेहनतपुर में स्थित 14 एकड़ भूमि उच्च न्यायालय के प्रत्यावेदन पर 55 साल बाद नीलामदार को प्रशासन ने 10 थाना के प्रभारी व दो क्षेत्राधिकारी और पीएसी बल के साथ सैकड़ो की संख्या में स्थानीय पुलिस बल के साथ दिलाया कब्जा। धरना रन बैनामादार उप जिलाधिकारी सगड़ी के आश्वासन पर माने। जानकारी के अनुसार जीयनपुर कस्बा के आजमगढ़ गोरखपुर मुख्य मार्ग पर मेंहनाजपुर में स्थित लगभग 14 एकड़ भूमि पर संजय अग्रवाल पुत्र वेद प्रकाश अग्रवाल निवासी एलवल आजमगढ़ को हाईकोर्ट के प्रत्यावेदन पर प्रशासन ने बुधवार की सुबह 11:00 बजे 10 थाना के प्रभारी व पुलिस बल के साथ दो क्षेत्राधिकारी व एक प्लाटून पीएसी बल के साथ नीलामदार को देर शाम तक कब्जा दिलाया गया। जीयनपुर बाजार से एक किमी. दूरी पर दोहरीघाट रोड पर करोड़ो रुपये की भूमि है। जिसको रुपाली कन्स्ट्रक्शन ने संजय अग्रवाल से लिया था। उसी भूमि पर 49 किसानों ने भी बैनामा लिया था। जिसके वजह से दोनों पक्ष में विवाद व मुकदमें बाजी भी थी। दोनों पक्ष कब्जा करने का लगातार प्रयास कर रहे थे। कई बार आमने-सामने आ गये। एक पक्ष के अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि एक मुकदमा उपजिलाधिकारी सगड़ी के यहाँ था। जिसको राजीव रत्न सिंह उपजिलाधिकारी सगड़ी ने कुछ दिन पूर्व बैनामेदार 49 किसानों का नाम खारिज कर दिया था। जिस पर किसानों ने मंडलायुक्त के यहाँ अपील की, वहाँ से भी खारिज हो गया तो किसान हाईकोर्ट गये जहाँ उनका वाद लम्बित है। दूसरी तरफ नीलामदार संजय अग्रवाल कब्जा कराने का आदेश हाईकोर्ट ने जिलाधिकारी आजमगढ़ को प्रत्यावेदन का आदेश दिया जिस पर जिलाधिकारी के आदेश पर डा.अतुल गुप्ता उपजिलाधिकारी सगड़ी, तहसीलदार सगड़ी, यादवेंद्र पाण्डेय, कोतवाल यादवेंद्र पाण्डेय, सीओ सगड़ी अनिल वर्मा, क्षेत्राधिकार लालगंज मनोज रघुवंशी, सहित 10 थानों की फोर्स, पीएसी, महिला पुलिस के साथ भारी सुरक्षा के बीच नीलामदार को कब्जा दिलाया गया।

जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के आजमगढ़ गोरखपुर मुख्य मार्ग पर उक्त 14 एकड़ भूमि पर कब्जा करने पहुंचे प्रशासन से पूर्व सूचना पाकर दर्जनों की संख्या में बैनामेदार पुरुष व महिला उक्त घाटे में धरना पर बैठ गए जहां सगड़ी तहसीलदार विवेकानंद दुबे ने धरनारत नामेदार को जिला अधिकारी के आदेश से अवगत कराया वहीं अश्वनी सिंह उर्फ रानू सिंह और सुरेंद्र गुप्ता आदि लोग धरने पर बैठे रहे जहां उप जिलाधिकारी सगड़ी अतुल गुप्ता ने पहुंचकर धरनारत बनाने में डर को आश्वासन दिया कि 14 एकड़ भूमि के बाहर पिलर व तार से घेराबंदी की जाएगी। अंदर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होगी। वहीं 15 दिनों तक नीलामदार के द्वारा कोई बैनामा नहीं किया जाएगा इसके बाद घंटों से धरना रत बैनामेदार माने और उक्त भूमि पर पिलर व तार लगाने का कार्य शुरू हुआ।

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