पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराई बोलेरो...

पति-पत्नी सहित पांच की मौत, दूर-दूर पड़े थे शव,


आजमगढ़।
जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर शनिवार देर रात भीषण हादसा हुआ। लखनऊ से गाजीपुर की ओर जा रही बोलेरो और आगे जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली में टकरा गई। हादसे में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है। मृतकों में पति-पत्नी है। बाकी, उनके रिश्तेदार और परिवार के हैं। भीषण हादसे के बाद वहां का मंजर काफी भयावह था। बोलेरो की छत ही नहीं, उसकी बॉडी भी पूरी तरह से गायब हो चुकी थी। हादसे के बाद सबसे पहले मौके पर पहुंचने वालों में एसओ अहरौला योगेंद्र बहादुर सिंह ने रविवार सुबह रात का हाल बयां किया। कहा कि मौके पर पहुंचते ही हाल देख कर जैसे रूह ही कांप सी गई। बोलेरो के परखच्चे उड़ गए थे। जिन पांच लोगों की मौत हुई, उनके शव एक्सप्रेस-वे पर क्षत-विक्षत पड़े थे। दो सौ मीटर में अलग-अलग शव बिखरे पड़े थे। दूर-दूर तक सड़क पर खून के धब्बे थे। ये बिखरे शव इस हादसे की भयावहता की गवाही दे रहे थे।

हादसे में जिंदा बची महिला मरनासन्न हालत में कराह रही थी। दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो की बात की जाए तो इंजन का हिस्सा छोड़ कर छत व पूरी बॉडी ही गायब हो चुकी थी। घटना के बाद आसपास के सभी थानों की पुलिस के साथ ही यूपी 112 की गाड़ियां व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया। पुलिस के अनुसार, बोलेरो सवार परिवार लखनऊ से अपने घर देवरिया जा रहा था। हादसा शनिवार रात 11ः30 बजे अहरौला थाना इलाके के खदारामपुर गांव के पास हुआ। बोलेरो की रफ्तार तेज थी, ट्रैक्टर-ट्रॉली में बांस लदे थे, जो कि ट्रॉली से बाहर निकले थे। अंधेरे के कारण चालक अंदाजा नहीं लगा पाया और ट्रैक्टर-ट्रॉली में पीछे से टक्कर मार दी।

हादसे की जानकारी होने पर मृतकों के परिजन व रिश्तेदार आजमगढ़ के अहरौला पहुंच। रोते-बिलखते उन्होंने बताया कि हादसे की सूचना मिली तो भरोसा नहीं हुआ। घटना से कुछ ही देर पहले फोन पर जल्द घर पहुंचने की सूचना दी गई थी। वहीं मृतक अनिल दो पुत्र व दो पुत्रियों का पिता था। मृतका गुड्डी दो लड़का व सात लड़कियों की मां थी। वहीं हादसे में मृत रानी के दो भाई व दो बहन बताए गए हैं। बोलरो में सवार सभी आपस में रिश्तेदार थे और दवा कराने के लिए लखनऊ कैलाश की बोलेरो से एक साथ गए थे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वाहन चलाने के लिए तरह-तरह के नियम व दिशा निर्देश हैं। जिसका अनुपालन कराना टोल प्लाजा के साथ ही यूपीडा की चक्रमण करने वाली टीम की है। हादसा बांस-बल्ली लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली से हुआ है।

नियमतः रात में कम स्पीड वाले वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर नहीं चलने चाहिए। इन्हें रेस्ट एरिया में रोक दिया जाना चाहिए लेकिन रविवार रात ऐसा नहीं हुआ। यदि इसे नियमानुसार काम होता तो शायद ये दर्दनात हादसा नहीं होता। सेहदा टोल प्लाजा के मैनेजर शिववीर सिंह ने बताया कि दिन में बांस-बल्ली ही क्या कोई भी सामान लेकर वाहन सुरक्षा तैयारियों के साथ गुजर सकते हैं। रात में कम स्पीड वाले वाहन जैसे ट्रैक्टर-ट्रॉली, बाइक आदि का चलना प्रतिबंधित है। यूपीडा की चक्रमण करने वाली टीम को ट्रैक्टर-ट्रॉली को रात में रोक देना चाहिए था।

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