लखीमपुर खीरी। जिले के निघासन के एक गांव में बीते 14 सितंबर को दो नाबालिक दलित बहनों की पेड़ से लटकती लाश मिली थी। पुलिस जांच में दोनों के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने का सच सामने आया था। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार वालों को मदद के लिए दिए गए तीन चेक बाउंस हो गए। बताया जा रहा है कि इनमें कांग्रेस नेताओं की ओर से दिया गया एक चेक हस्ताक्षर न मिलने की वजह से और दो अन्य चेक पैसे न होने की वजह से बाउंस हो गए हैं।
परिजनों के मुताबिक, बाउंस हुए तीनों चेक कोई लखनउ से आकर ले गया हैं। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में शुक्रवार को अपना प्रतिनिधिमंडल भेज कर चेक दुरूस्त कराने की बात कही हैं। निघासन थाना क्षेत्र के गांव में दो सगी दलित बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस हत्याकांड के बाद कई राजनीतिक पार्टियों और संगठन के लोगों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी थी।
मृत बहनों के भाई ने मीडिया को बताया कि उसको सहायता के रूप में दी गई तीन चेक बाउंस हो गई है। इनमें से दो लाख की एक चेक भी शामिल है जो कांग्रेस नेताओं की ओर से दी गई थी। इसके अलावा एक चेक अमित जानी के नाम की है। एक लाख रूपए का चेक और जिसको देने वाले के बारे में वह नहीं जानता। भाई ने बताया कि कांग्रेस नेताओं की तरफ से दी गई चेक हस्ताक्षर मिलान न होने की वजह से बाउंस हो गया है।
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