देवरिया। प्रदेश के देवरिया जिले में महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे परिसर में हड़कंप मचा दिया। सर्जिकल वार्ड की पांचवीं मंजिल पर स्थित पानी की टंकी में एक अज्ञात व्यक्ति का सड़ा-गला शव मिलने से हत्या की आशंका जताई जा रही है। पिछले 10 दिनों से मरीज, छात्र और स्टाफ अनजाने में इसी दूषित पानी का उपयोग कर रहे थे।
घटना का खुलासा तब हुआ, जब तीमारदारों ने पानी में तेज दुर्गंध की शिकायत की। शुरुआत में शिकायतों को नजरअंदाज किया गया, लेकिन मंगलवार शाम को सफाईकर्मियों ने टंकी का ढक्कन खोला तो अंदर सड़ा-गला शव तैरता मिला। पुलिस ने रात में मौके पर पहुंचकर शव को बरामद किया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। शव की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि इस टंकी से ओपीडी और वार्डों में पानी की आपूर्ति हो रही थी। छात्रों और मरीजों ने कई दिनों तक दूषित पानी का उपयोग किया, जिससे कॉलेज प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई। कुछ छात्रों ने पहले ही पानी के रंग और गंध में बदलाव की शिकायत की थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
जिला अधिकारी दिव्या मित्तल ने मौके का निरीक्षण किया और पाया कि टंकी जो लॉक रहनी चाहिए थी, खुली थी। उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार बर्नवाल से सख्त पूछताछ की। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रिंसिपल को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया और डॉ. रजनी को कार्यवाहक प्रिंसिपल नियुक्त किया गया। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जिसे दो दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। शव मिलने और डीएम के निरीक्षण के बाद टंकी को सील कर दिया गया है और कॉलेज में टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति शुरू की गई है। सभी जल टंकियों की सुरक्षा और सफाई व्यवस्था की समीक्षा के आदेश दिए गए हैं।

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