मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी एटीएस और कटघर पुलिस की संयुक्त टीम ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के फरार आतंकी उल्फत हुसैन को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। 18 वर्षों से फरार आतंकी पर 25 हजार का इनाम घोषित था। उल्फत हुसैन उर्फ मोहम्मद सैफुल इस्लाम उर्फ अफजाल उर्फ परवेज उर्फ हुसैन मलिक, निवासी फजलाबाद, सूरनकोट, पुंछ (जम्मू-कश्मीर) वर्ष 2001 में मुरादाबाद के थाना कटघर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। उसके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए थे। इस मामले में उल्फत हुसैन के खिलाफ 307 आईपीसी, आर्म्स एक्ट, पोटा और क्रिमिनल लॉ एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए थे। वर्ष 2015 में उसके खिलाफ स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। इसके बाद वह फरार हो गया था। दो मार्च को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।
एटीएस की जांच में सामने आया कि उल्फत हुसैन ने 1999-2000 में आतंकी ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद वह मुरादाबाद आया था और किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। उसके पास से बरामद हथियार और विस्फोटक पाकिस्तान से लाए गए थे। एटीएस सहारनपुर और मुरादाबाद पुलिस की टीम ने तकनीकी और खुफिया जानकारी के आधार पर उसे जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले से गिरफ्तार किया।उल्फत हुसैन के खिलाफ मुरादाबाद और जम्मू-कश्मीर में कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम और आतंकवाद निवारण अधिनियम शामिल हैं।
इसी सप्ताह यूपी एसटीएफ और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान में गुरुवार तड़के कौशांबी जिले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी लजर मसीह गिरफ्तार किया गया था। लखनऊ में पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया था कि महाकुंभ के दौरान अशांति फैलाकर मसीह भारत से फरार होना चाहता था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल के इस आतंकी की गिरफ्तारी से पाकिस्तान से भारत में हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी की पुष्टि भी हुई थी। मसीह ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान एक बड़े आतंकी हमले की साजिश रची थी। मसीह पाकिस्तान में आईएसआई के तीन एजेंटों के संपर्क में था।इससे पहले गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन में उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। जो आईएसआई के आईएसकेपी मॉड्यूल से जुड़ा था। वह अयोध्या राम मंदिर पर हमला करने की साजिश रच रहा था।
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