दरअसल, मृतक दैवीय आपदा अफसर सुरजीत गौतम के पिता रामनिवास निवासी मोहल्ला जयजय रामवली कॉलोनी कासगंज के मुताबिक उनका बेटा सुरजीत मुरादाबाद में बीते डेढ़ साल से दैवीय आपदा अधिकारी के पद पर कार्यरत था। वह घर छुट्टी पर आया हुआ था। रविवार को छुट्टी का खत्म होने के बाद वह अपनी इयोन कार से घर से मुरादाबाद जाने के लिए रवाना हुआ था। दावा किया जा रहा है कि बदायूं के इस्लामनगर में नये थाने के आसपास अपनी लाइसेंसी पिस्टल से संदिग्ध हालत में उसने सुसाइड कर लिया। पिता ने बताया कि गोली उसके सीने पर लगी है। पिता ने कहा कि सुरजीत जब घर से निकला तो उसकी पत्नी से मोबाइल फोन कॉल पर बातचीत होती रही, लेकिन इस दौरान फोन स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद परिवार को चिंता हुई।
परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस की ओर से उपलब्ध कराए गए लोकेशन के आधार पर परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने देखा कि सुरजीत अपनी इयोन गाड़ी के अंदर मृत अवस्था में पड़ा है। कार के दरवाजे लॉक थे। किसी तरह बंद कार के दरवाजों को खोला गया तो सुरजीत के सीने पर संदिग्ध हालत में गोली लगी हुई थी। पास ही लाइसेंसी पिस्टल भी पड़ी थी। मृतक के दो छोटे छोटे मासूम बच्चे थे। फिलहाल घटना को लेकर प्रथम दृष्टया पुलिस घरेलू क्लेश मानकर आगे की जांच-पड़ताल कर रही है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। इधर सुरजीत की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।
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