अब सैयद सलार मसूद को लेकर छिड़ा सियासी जंग...मंत्री अनिल राजभर ने किया ये मांग!


लखनऊ। मुगल शासक औरंगजेब को लेकर सियासी संग्राम अभी थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश में इतिहास का एक और नाम चर्चा के केंद्र में आ चुका है। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार में राजभर समाज से आने वाले दो मंत्रियों ने सीधे-सीधे ऐलान कर दिया है कि सैयद सालार मसूद उर्फ गाजी के नाम से यूपी के अलग-अलग जनपद में होने वाले किसी भी प्रदर्शनी मेल पर रोक रहेगी। उत्तर प्रदेश में सैयद सालार मसूद के नाम पर मेले का आयोजन होता रहा है। अब इसको लेकर कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बयान जारी किया है।
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सैयद सालार मसूद उर्फ गाजी के नाम से बदायूं जनपद में मेले और प्रदर्शनी का आयोजन होता रहा है। पूर्व सरकार के कार्यकाल में आयोजन हुआ है लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि ऐसा कोई भी आयोजन और मेला नहीं होगा, इसे बंद किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा इसके पीछे प्रमुख वजह यह है कि सैयद सालार मसूद विदेशी आक्रांता था जो भारत को लूटने आया था। इससे हमारे पूर्वज महाराजा सुहेलदेव का संग्राम हुआ था। महाराजा सुहेलदेव जी ने ही सैयद मसूद का सर्वस्व नाश किया था। ऐसे में सैयद सालार जैसे व्यक्ति से जुड़ा कोई भी आयोजन स्वीकार नहीं किया जा सकता। सैयद सालार मसूद उर्फ गाजी के नाम से वाराणसी में भी सालों से सरैयां क्षेत्र में गाजी मेला के नाम से मेले का आयोजन होता रहा है। इस मामले में बीजेपी के मंत्री अनिल राजभर को मंत्री ओमप्रकाश राजभर का भी साथ मिला है। उन्होंने भी इस प्रकार के मेले और आयोजन को लेकर असहमति जताई है। फिलहाल देखना होगा कि मई जून के महीने में वाराणसी में आयोजित होने वाले गाजी मियां के मेले पर प्रशासन और सरकार की तरफ से क्या निर्णय लिया जाता है।

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