करोड़ों की ठगी के आरोप में शिक्षिका गिरफ्तार...सहयोगियों की तलाश में जुटी पुलिस!


बरेली। प्रदेश के बरेली के एमबी इंटर कॉलेज की निलंबित अंग्रेजी विषय की सहायक शिक्षिका को पुलिस ने धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार कर लिया है। वंदना के पास दो पैन कार्ड और फर्जी कागजात थे, जिनके सहारे उसने कई बैंकों से जालसाजी से कई करोड़ रुपये का लोन ले लिया था। कई लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उनसे ठगी भी की थी। इस अवैध कमाई से विदेश की यात्राएं भी कर चुकी थी। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है। वंदना मूल रूप से बदायूं की रहने वाली है। शिक्षिका के खिलाफ उसके पति अमित कुमार ने ही एसएसपी से शिकायत कर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में जांच में सामने आया कि वंदना वर्मा ने अपने नाम पर दो पैन कार्ड और अलग-अलग जन्मतिथि वाले दो आधार कार्ड बनवा रखे थे। पुलिस जांच में पता चला है कि वंदना वर्मा ने बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक और भारतीय स्टेट बैंक से इन फर्जी दस्तावेजों के जरिए करीब तीन करोड़ रुपये का लोन लिया। कई लोगों को शिक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये भी ठग लिए थे।
शिकायत में शिक्षिका के पति अमित कुमार ने आरोप लगाया कि वंदना ने लोन और ठगी के पैसे से भारत के कई शहरों के साथ विदेश में भी कई यात्राएं कीं। सभी यात्राएं बिना किसी विभागीय अनुमति के की। पुलिस को भी जांच में आरोप सही मिले हैं। दरअसल, वंदना वर्मा के खिलाफ जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में भी पहले शिकायत की गई थी। विभागीय जांच राजकीय हाई स्कूल बरेली की प्रधानाचार्य कुसुमलता ने की थी। उन्होंने जांच में वंदना को वित्तीय लेनदेन और धोखाधड़ी का दोषी माना गया। उसके बाद शिक्षिका वंदना को 23 अक्टूबर 2024 को निलंबित कर दिया था, लेकिन तब कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी।
बरेली के प्रेमनगर थाना प्रभारी आशुतोष रघुवंशी के मुताबिक आरोपी शिक्षिका वंदना वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश किया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि अब जांच की जा रही है कि कितने लोगों के साथ जालसाजी की गई। उसके साथ और कौन-कौन लोग मिले हुए हैं। जल्द शिक्षिका के सहयोगियों की गिरफ्तारी की जाएगी।

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