लखनऊ। प्रदेश के वाराणसी में पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने का दावा करने वाले एक जालसाज को यूपी एसटीएफ ने अरेस्ट किया गया है। इस जालसाज ने ‘इंस्पेक्टर हंसराज’ के नाम से एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया था और इस ग्रुप में जोड़ने के लिए छात्रों से 1000 रुपये और छात्राओं से 500 रुपये वसूल रहा था। आरोपी दावा कर रहा था कि इस ग्रुप पर पुलिस भर्ती परीक्षा से 24 घंटे पहले पेपर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसी प्रकार आरोपी ने टेलीग्राम ऐप पर भी एक ग्रुप बनाकर लोगों से ठगी कर रहा था।
यूपी एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए आरोपी की पहचान खगड़िया बिहार के रहने वाले हंस रंजन कुमार के रूप में हुई है। आरोपी वाराणसी कैंट में रहकर इस तरह की जालसाजी को अंजाम दे रहा था। एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस भर्ती परीक्षा सुचिता पूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस छात्रों को जागरुक कर रही है। इसी क्रम में एसटीएफ को सूचना मिली कि इंस्पेक्टर हंसराज नाम से कोई वाट्सऐप ग्रुप है, जिसमें परीक्षा के पेपर लीक होने का दावा किया जा रहा है।
इस सूचना पर एसटीएफ ने जाल बिछाया और वाट्सऐप नंबर का लोकेशन ट्रैस करते हुए आरोपी को अरेस्ट किया गया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अब तक उसने ग्रुप में 35000 लोगों को जोड़ लिया है। उसने बताया कि अब तक उसने विभिन्न परीक्षाओं के लिए 80 से अधिक वाट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप बनाकर हजारों लोगों से ठगी की है। इसके लिए आरोपी पहले से ही पता करता था कि कौन कौन सी परीक्षा होनी है और इसका सेंटर कहां पड़ना है।
इसका विवरण तैयार कर आरोपी प्रतियोगी छात्रों के बीच सर्कुलेट करता था और फिर परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने का दावा करते हुए छात्रों से 1000 और 500 रुपये की वसूली करता था। आरोपी दावा करता था कि उसके ग्रुप या चैनल से जुड़े लोगों को परीक्षा के 24 घंटे पहले प्रश्नपत्र मिल जाएगा। वहीं परीक्षा के बाद आरोपी उस ग्रुप या चैनल को डिलीट कर देता था। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा में ही उसने अब तक बीस लाख रूपये से अधिक की उगाही कर ली है।
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