एटा। जिलेे में सड़क हादसे में दूल्हा बनने वाले युवक सहित चार लोगों की जान चली गई। पांच दिन बाद शादी थी। बृहस्पतिवार के दिन से शादी की रस्में शुरू होनीं थीं। दूल्हा बनने वाले युवक सहित परिजन ने कई तरह के सपने संजो रखे थे। लेकिन, यह सब मरने वालों की आंखों में दबकर दफन हो गए। जो जिंदा बचे, उनकी हंसी-खुशी चीखों और आंसुओं में बदल गई। वजह भले ही चालक की झपकी रही हो, लेकिन कार में अधिक यात्री और ओवर स्पीड ने हादसे की भयावहता और बढ़ा दी। कुलदीप के घर में जोर-शोर से शादी की तैयारी चल रहीं थीं। इसको लेकर खुशी का माहौल था। ढोलक की थाप पर मंगल गीत गाए जा रहे थे। नोएडा में कपड़ों का व्यापार कर रहे कुलदीप और उसके भाई रवि व बॉबी भी काफी खुश थे। बुधवार की शाम को बॉबी इन लोगों को बस स्टैंड तक छोड़कर गया था। यह लोग एक कार को किराए पर लेकर मैनपुरी के लिए निकले थे।
घर जाने की खुशी इतनी ज्यादा थी कि पांच सीटर कार में नौ लोग सवार होकर निकल पड़े। चालक विष्णु के साथ आगे सतेंद्र बैठा था। अन्य सभी पीछे की सीट पर थे। रास्ते भर शादी की तैयारियों की चर्चा होती रही। नोएडा से निकलकर गाड़ी एनएच-34 पर जिले के थाना पिलुआ के गांव सुन्ना स्थित नहर पुल पर पहुंची। सुबह के लगभग 4 बज रहे थे। तभी चालक विष्णु को नींद की झपकी आ गई। गाड़ी की रफ्तार अधिक होने के कारण जब तक कुछ समझ में आता, गाड़ी पहले साइड में डिवाइडर से टकराई। इसके बाद सामने से डिवाइडर में घुसती चली गई। इसके चलते गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। हादसा इतना भीषण था कि चालक और बराबर की सीट पर बैठे हुए सतेंद्र और पीछे की सीट पर बैठे कुलदीप, नित्या व आराध्या की जान चली गई। चारों शवों के पोस्टमार्टम एटा में कराए गए हैं।
हादसे के बाद कार के एयर बैग तो खुले, लेकिन जान नहीं बचा सके। सीओ यातायात विक्रांत द्विवेदी ने बताया कि गाड़ी के बोनट से कोई भारी चीज टकराते ही एयर बैग खुल जाते हैं। मगर गाड़ी की अधिक गति और क्षमता से अधिक सवारी होने के कारण इस प्रकार का हादसा हो गया। एनएच-34 पर जिस जगह हादसा हुआ, वहां कार के लिए गति की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है, लेकिन कार इससे अधिक गति से चल रही थी। यातायात प्रभारी अनिल वर्मा ने बताया कि कार लगभग 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के साथ डिवाइडर से टकराई। जिसके चलते इतना भीषण हादसा हुआ। सुन्ना नहर के पुल के पास हुए सड़क हादसे के बाद सूचना मिलते ही थाना पुलिस सबसे पहले मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि रफ्तार अधिक होने की वजह से कार डिवाइडर से टकराकर दो हिस्सों में बंट गई। इसके अंदर फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द निकाला गया। वहीं हादसे के बाद अन्य वाहनों को सुरक्षित निकालने के लिए लगभग 30 मिनट के लिए रूट डायवर्जन किया गया। किसी प्रकार की जाम की समस्या नहीं होने दी गई। सभी घायलों को निकलवाकर मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया।
0 Comments