झांसी। कुछ दिन पहले झांसी में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा खेला नजर आया। जिसमे एक दुल्हन की जब दूल्हा शादी के लिए नहीं पहुंचा तो योजना की धनराशि हड़पने के लिए दुल्हन के साथ आये बड़ी उम्र के उसके शादीशुदा जीजा से ही शादी कराकर रस्म अदायगी कर दी गयी। इसकी पोल तब खुली जब शादी के तुरंत बाद दुल्हन मांग में भरा सिंदूर पोंछते नजर आई . बाद में जब दूल्हा व दुल्हन से अलग-अलग बात की गयी तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया।
दरअसल,पॉलिटेक्निक मैदान पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह में आये एक जोड़े पर नजर पड़ी तो मामला कुछ संदिग्ध दिखाई दिया।तहकीकात में पता चला कि झाँसी के बामोर निवासी ख़ुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी और समारोह में उनका रजिस्ट्रेशन नंबर 36 था। ख़ुशी ने फेरे लेते ही मांग से सिंदूर व बिंदी पोंछ डाली।
दुल्हन के जीजा तथा कथित दूल्हे ने बताया की दुल्हन का जोड़ा नहीं आया था। इस पर किसी अधिकारी के कहने पर वह दूल्हा बनकर बैठ गया था। वही दूल्हे बृषभान से ज़ब बात की गयी तो उसने कबूल किया कि असल में उसका नाम दिनेश है और वह छतरपुर नहीं बल्कि बामोर का ही रहने वाला है। उसने यह भी बताया कि वह पहले से शादीशुदा है और ख़ुशी का रिश्ते में जीजा लगता है। बताया गया कि यह सब खेल सरकार द्वारा दी जा रही धनराशि हड़पने के लिए किया गया था। समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कराई जाएगी।
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