छह महीने... नौ महिलाओं की हत्या, हर बार एक जैसी कहानी; कहीं ये साइको किलर तो नहीं



बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के शाही व उससे सटे इलाके में महिलाओं की हत्या का सिलसिला थमा नहीं है। अब शीशगढ़ में महिला की हत्या हुई है। छह महीने में यह नौवीं वारदात है। हर बार एक ही तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया है। लगातार नौवीं महिला की एक ही तरीके से हत्या होने से पुलिस बैकफुट पर है। अब तक की सारी कवायद धराशायी होती दिख रही है। आईजी ने फिर संज्ञान लेकर गूगल मैप से हत्याओं के प्रभावित इलाके को चिह्नित करने का फैसला लिया है।

आईजी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने पिछले दिनों लगातार हत्याओं के बाद इलाके में दर्जन भर पुलिस टीमें लगाई थीं। उन दिनों महिलाओं की हत्याएं थम गई थीं। अब दोबारा वही स्थिति है। पिछले दिनों दुलारी देवी की मौत के बाद पुलिस की टीमें शाही इलाके में लगी हैं तो उससे सटे शीशगढ़ के गांव में हत्या हो गई। आईजी ने बताया कि गूगल मैप से ऐसे इलाके को चिह्नित किया जाएगा, जहां गले में फंदा लगे महिलाओं के शव मिले हैं। भले ही उन मामलों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ भी रही हो। उस इलाके में गांव-गांव पंचायत कर ग्रामीणों व प्रधानों की मदद से संदिग्धों व मानसिक विकृत लोगों को चिह्नित किया जाएगा। जेल से छूटे अपराधियों की भी तस्दीक और उनकी भूमिका का सत्यापन किया जाएगा। ऐसे लोगों के बारे में भी जानकारी की जाएगी, जिन्हें किसी उम्रदराज महिला से किसी तरह का धोखा मिला हो।

दुलारी देवी समेत कुछ महिलाओं की मौत के मामले में सारे साक्ष्य हत्या से जुड़े होने के बावजूद उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं हो सकी। कुछ में तो विसरा की रिपोर्ट भी सामान्य ही आई है। ऐसे में कुछ गुत्थियां पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उलझा रखी हैं। आईजी ने बताया कि विवेचकों को निर्देश दिया जाएगा कि पोस्टमार्टम करने वाले पैनल के डॉक्टरों के साथ बैठकर ऐसे मामलों में मौत की अन्य संभावनाओं को लेकर जानकारी जुटाएं। शीशगढ़ के गांव जगदीशपुर में 57 वर्षीय उर्मिला का शव रविवार शाम को खेत में पड़ा मिला। साड़ी से गला कसकर उनकी हत्या की गई। वह भी चारा लेने खेत में गई थीं। उनके पति वेदप्रकाश ने बताया कि दो बेटे और दो बेटियों का भरा पूरा परिवार है। बड़ा बेटा बहू के साथ ससुराल गया था। छोटा बेटा उनके साथ ही रहता है। वह बेटे के साथ जाफरपुर में किसी काम से गए थे।

उन्होंने बताया कि उर्मिला को जाने क्या सूझी जो अकेली ही खेत पर चली गईं। बताया कि वह धार्मिक प्रवृत्ति की थी। वह हर रविवार राधास्वामी के सत्संग में जाती थीं। रविवार सुबह भी वह सत्संग में गई थीं। वहां से दो बजे लौटकर उन्हें भोजन बनाकर दिया। जून से अब तक हत्या की नौ वारदात हो चुकी हैं। शीशगढ़ थाने के गांव लखीमपुर की महमूदन, कुल्छा गांव की धानवती, सेवा ज्वालापुर निवासी वीरावती, खजुरिया निवासी कुसुमा देवी, शाही के मुबारकपुर गांव की शांति देवी, आनंदपुर की प्रेमवती, मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गूला की रेशमा देवी व शाही के गांव खरसैनी की दुलारी देवी की जान जा चुकी है। अधिकांश महिलाओं के गले में फंदा कसा मिला था। कुछ के शव खराब हो चुके थे तो पुलिस ने विसरा रिपोर्ट के बहाने हत्या की बात खारिज कर दी। शुरू के एक मामले में परिजनों ने न तहरीर दी और न पोस्टमार्टम कराया।

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