चिकित्सक हत्याकांड में विपक्ष से ज्यादा भाजपा नेताओं की त्योरी चढ़ी... सर्वदलीय शोकसभा से पूर्व हत्यारों को पकड़ना पुलिस की पहली चुनौती!



मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। सुल्तानपुर शहर में सरेशाम खुली सड़क पर एक चिकित्सक की निर्मम हत्या कर दी गई। इस जघन्य हत्याकांड से आमजन भी सन्न हैं,उनमें गुस्सा है।पीड़ित परिवार से सहानुभूति है। शासन भी हरकत में है और शुरुआती लापरवाही के बाद पुलिस भी कुछ तेवर दिखा रही है। इस सबके बीच राजनीतिक तूफान भी खड़ा हो रहा है। सत्ता और विपक्ष के ब्राह्मण नेता 30 सितंबर को शहर में एक विशाल शोकसभा करने वाले हैं जिसमें भीड़ और कद्दावर नेताओं की मौजूदगी नए समीकरण बनाने वाली है। सपा व बसपा के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने भी चिकित्सक के पैतृक गांव पहुंचकर मुद्दे को धार दी। इस बीच सत्तारूढ़ भाजपा के नेता फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं।प्रदेश सरकार के लिये सबसे बड़ी चुनौती भाजपा के दिग्गज खड़ा कर रहे हैं।हत्याकांड के पहले ही दिन से पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी व कुछ स्थानीय पत्रकार स्वर्गीय तिवारी के पीड़ित परिवार के साथ कदम से कदम मिला कर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने को प्रयासरत हो गये थे। देवमणि द्विवेदी इस संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को भी इस घटना का पूर्ण विवरण देते हुये राजनीतिक नफा-नुकसान का भी हवाला दे दिया है। सपा के ब्राह्मण नेताओं के अलावा बगल के जिले के भाजपा से जुड़े ब्राह्मण नेता भी कूद गये हैं। शुक्रवार को जौनपुर के बदलापुर से विधायक रमेश मिश्रा, भाजपा नेता डॉ बिपिन पाण्डे ने पीड़ित परिवार से भेंट किया।ब्राह्मण चेतना मंच के बैनर तले पूर्व मंत्री और भाजपा नेता जयनारायण तिवारी ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर समाज में गहरा गुस्सा है। इसलिए 30 सितंबर को तिकोनिया पार्क में 11 बजे सर्वसमाज के लोग भारी संख्या में चिकित्सक के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने आएंगे। बताया कि इसमें सात-आठ जिलों के सामाजिक व ब्राह्मण संगठनों के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि इतनी क्रूरता के साथ किसी हत्या के बारे में आज तक नहीं सुना था। इस दौरान उनके साथ भाजपा में सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक रामचंद्र मिश्र, समाजसेवी डॉ. डीएस मिश्र व भाजपा नेता रामदुलार पाठक आदि मौजूद रहे। गुरुवार को ही कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सखौली गांव पहुंचकर परिजनों से मामले की जानकारी ली। प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से कहा कि यह निर्मम और अपने आप में विशेष घटना है,जिससे पूरा परिवार डरा और सहमा है। अपराधी खुला घूम रहा है और उसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र ने कहा कि बाबा की सरकार जो कानून व्यवस्था में खुद को अव्वल बताती है, वह केवल धोखा है। यह ऐसी अनेक घटनाओं से साबित होता है। ऊपर से प्रशासन पीड़ित परिवार को रात में ही दाह संस्कार का दबाव बनाता है। वार्ता के दौरान जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष वरुण मिश्र, राजेश शुक्ल व अरुण आदि मौजूद रहे। पीड़ित परिवार से मिल कर लौट लंभुआ से भाजपा विधायक सीताराम वर्मा ने कहा कि चिकित्सक के परिजनों ने अब तक की प्रशासनिक कार्रवाई पर असंतोष जताया है। चिकित्सक के भाई राधे कृष्ण तिवारी ने कहा कि परिवार की सुरक्षा के दृष्टिकोण से शस्त्र लाइसेंस की जरूरत है।विधायक के साथ रमेश कुमार दूबे, एलके दूबे, संजय सरोज व शेर बहादुर सिंह आदि के साथ चिकित्सक के घर गये थे। सपा के पूर्व विधायक अनिल पांडेय भी समर्थकों के साथ सखौली गांव पहुंचे। उनके साथ प्रसून मालवीय, अतुल मिश्र व अमिताभ दूबे आदि मौजूद रहे।

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