आजमगढ़। शिक्षक दिवस पर झंडे के नाम पर छात्र-छात्राओं से जमा कराई गई करीब 15,46,965 रुपये की धनराशि अधिकारी दबाए बैठे हैं. करीब एक वर्ष बीत गए लेकिन अभी तक तीन वर्षों की जमा की गई यह धनराशि संबंधित फंड में जमा नहीं हुुई. शिक्षा निदेशक ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने अधिकारियों को सप्ताह भर के अंदर संबंधित फंड में राशि जमा कराने और निर्धारित प्रारूप पर जानकारी देने को कहा है.
दरअसल, शिक्षक दिवस के मौके पर शासन विद्यालयों में झंडा वितरण करता है. इसमें शिक्षक छात्र-छात्राओं को झंडा वितरित कर दो-दो रुपये जमा कराते हैं. मंडल के आजमगढ़, मऊ और बलिया में वर्ष 2019, 2020 व 2021 में प्रति सांकेतिक झंडे के हिसाब से दो रुपये शिक्षकों ने जमा कराए थे. तीनों जिलों में करीब 15.46 लाख रुपये इकट्ठा किए गए. इस राशि को नेशनल फाउंडेशन फार टीचर्स वेलफेयर फंड चालू खाता में भेजा जाना था. एक वर्ष से ज्यादा समय बीत गया, अभी तक अधिकारी यह राशि दबाए बैठे हैं.
शिक्षा निदेशक डा.सरिता तिवारी ने बेसिक शिक्षा विभाग व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र जारी कर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. कहा कि एक सप्ताह में यह धनराशि जमा कराई जाए. निर्धारित प्रारूप में जानकारी भी भेजी जाए. लगातार पत्राचार करने के बावजूद इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. 15 जुलाई 2021 को पत्र जारी कर मंडल की अवशेष धनराशि जमा कराने को कहा गया था. लेकिन राशि और सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई.
संयुक्त शिक्षा निदेशक वाईके सिंह ने बताया कि स्वेच्छा से दो रुपये की धनराशि जमा कराई जाती है. फंड संबंधित खाते में रखा गया है. उसका कोई गलत प्रयोग नहीं कर पाएगा. इकट्ठा की गई धनराशि को लेकर जल्द ही बैठक की जाएगी. यदि धनराशि स्थानांतरित नहीं की गई है तो उक्त राशि को जल्द से जल्द फंड में जमा कराया जाएगा.
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