आजमगढ़। एमडी डा. नवनीत गुप्ता ने कहा कि आईपी सिटी हास्पिटल तेजी से वृद्धि कर रहा है यहां बी पी, शुगर, हृदय रोग, गुर्दा रोग, श्वांस रोग, थायराइड, माइग्रेन और कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों का भी इलाज होता है। एक मरीज मायलो डिस्प्लास्टिक सिंडोम से पीड़ित है जो एक ब्लैंड कैंसर का प्रकार है। जिसमें मरीज के हड्डियों के अंदर स्पंजी सामग्री में कुछ खराबी के परिणामस्वरूप होता जहां रक्त कोशिकाएं (अस्थि मज्जा) बनी है। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में लोग तेजी से जुकाम, खांसी व बुखार से पीड़ित हो रहे है ऐसे में लोगों को विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि कोरोना काल अभी गया नहीं है हालांकि अब लोगां के अंदर इम्यून पावर विकसित हो गया है फिर भी सचेत रहे। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि इस हास्पिटल की विशेषता है कि यहां मरीजां को कम से कम दवाएं दी जाती है ताकि उस पर आर्थिक बोझ कम हो।
अगर सचेत हो तो बच सकती है नवजात की जान
आईपी सिटी हास्पिटल के जनरल सर्जन डा. मनोज यादव का कहा है कि अगर माता-पिता सचेत हो तो नवजातों की जान बचाई जा सकती है आमतौर पर नवजातों में लैटिन नली की समस्या आती है जब तक पीड़ित के अभिभावकों को इस बात की जानकारी होती तब तक बहुत देर हो जाती है यदि नवजात को जन्म के एक दिन में शौच न हो तो तत्काल सम्पर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखे तथा अगर जरूरी हो तभी घर से बाहर भेंजे।


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