आजमगढ़। एलवल स्थित सेंट जेवियर्स हाई स्कूल के प्रधानाचार्य नीलेश कुमार श्रीवास्तव का मानना है कि छात्र यदि आने वाले चार महीनों को चरणबद्ध तरीके से उपयोग करें, तो 90% से अधिक अंक प्राप्त करना कठिन नहीं होगा।
उन्होंने तैयारी को तीन चरणों में बाँटने की सलाह दी गई है।
2 नवंबर–15 दिसंबर 2025 तक: सिलेबस की पूर्णता और मजबूत आधार।
NCERT किताबों पर फोकस करें।
रोज़ाना 6–10 घंटे अध्ययन
फॉर्मूले, डेफिनिशन और महत्वपूर्ण बिंदुओं के छोटे नोट्स तैयार करें।
16 दिसंबर 2025 से 14 जनवरी तक: अभ्यास और आत्म-मूल्यांकन।
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें।
सैंपल पेपर व मॉडल टेस्ट सीरीज़ से नियमित प्रैक्टिस।
ग्रुप स्टडी से कठिन टॉपिक्स पर चर्चा।
15 जनवरी 2026: फाइनल रिवीजन और आत्मविश्वास बढ़ाना।
केवल पुनरावृत्ति पर ध्यान दें।
नई किताबें न पढ़ें।
पर्याप्त नींद और स्वस्थ भोजन पर ध्यान दें।
विषयवार सुझाव
गणित व विज्ञान: प्रमेयों और डायग्राम की प्रैक्टिस करें।
भाषाएँ: निबंध, पत्र और व्याकरण पर जोर दें।
सामाजिक विज्ञान: टाइमलाइन और मैप वर्क दोहराएँ।
मूल मंत्र
शिक्षा विश्लेषक मानते हैं कि इस वर्ष की डेटशीट छात्रों को पर्याप्त तैयारी का समय देती है।
> अगर छात्र रोज़ 6-10 घंटे ( including School) भी फोकस्ड अध्ययन करें तो 700 घंटे की तैयारी से कोई भी बोर्ड एग्ज़ाम में शानदार प्रदर्शन कर सकता है।”
माता-पिता के लिए सलाह
बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें।
उनकी दैनिक प्रगति पर ध्यान रखें।
घर का माहौल सकारात्मक बनाएँ।

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