मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। प्रख्यात संत प्रेमानंद जी महाराज के प्रवचनों को सुन कर प्रभावित अयोध्या के दो मुस्लिम युवकों ने सनातन धर्म अपनाकर हिंदू समाज में घर वापसी की है। इनमें पहला नाम है मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी के पुत्र अरशद सिद्दीकी का, जो फैज-ए-आम स्कूल के प्रधानाचार्य और मौलाना रहे हैं। अरशद ने अब अपना नाम बदलकर राकेश मौर्य रख लिया है। दूसरे युवक सोहावल के गौहनिया, मानापुर निवासी मोनू ने हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नया नाम मनीष रख लिया है। दोनों युवकों ने साफ किया है कि वे अब अपने परिवार से कोई नाता नहीं रखेंगे। पूरी श्रद्धा व आस्था के साथ हिंदू धर्म की परंपराओं का पालन करेंगे। इस संबंध में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर सदर तहसील में भरत हनुमान मिलन मंदिर के महंत परमात्मा दास और बजरंग दल के जिला मंत्री लालजी शर्मा के नेतृत्व में डीएम निखिल टीकाराम फुंडे को आवेदन भी दिया गया। आवेदन में कहा गया कि संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों और आशीर्वचन से प्रभावित होकर दोनों युवकों को मानसिक शांति प्राप्त हुई। इसी प्रेरणा से उन्होंने सनातन धर्म को अपनाने का निर्णय लिया। भरत हनुमान मिलन मंदिर ने इन दोनों की घर वापसी की पूरी जिम्मेदारी लेने का एलान किया है।"
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