विद्युत विभाग जेई के ट्रांसफर के लिए अड़े मंत्रीजी...खुद ट्रांसफार्मर उतरवाने पहुंचे...और फिर!


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। अधिकारियों की उपेक्षा से हो रही फजीहत बचाने के लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के मंत्रियों का अपनी ही सरकार के खिलाफ घरने पर बैठने की होड़ लग गयी है। ताजा मामला राजधानी से सटे सीतापुर जिले का है। यहां के एक गाँव में बिजली नहीं आ रही थी। 20 दिन से ट्रांसफॉर्मर खराब था। ट्रांसफर जल गया था। योगी आदित्यनाथ की सरकार में कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने बिजली विभाग के क्षेत्रीय जूनियर इंजीनियर से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिये फोन किया।
योगी के मंत्री ने जेई से ट्रांसफार्मर बदलवाने के लिए कहा तो जेई साहब ने मंत्री से कहा कि खुद आकर उतरवा लो ट्रांसफॉर्मर और लगवा भी लो। मंत्री विरोध में ट्रांसफार्मर उतरवाने पहुंच गए। फिर धरने पर बैठ गए। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात मे काम कर चुके उनके प्रिय नौकरशाह रहे अरविंद कुमार शर्मा विद्युत मंत्री हैं। योगी पार्ट वन में विद्युत मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा के तुलना में बिजली आपूर्ति को लेकर लगातार उनकी किरकिरी होती रहती है। फिर भी वह यूपी में बिजली मंत्री बन कर योगी सरकार का हर दिन पलीता लगा रहे हैं। बिजली आपूर्ति को लेकर मंगलवार को सीतापुर में कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही को धरने पर बैठना पड़ा।
उन्होंने ट्रांसफॉर्मर बदलने के लिए पहले पावर कारपोरेशन की प्रबंध निदेशक रिया केजरीवाल को फोन किया। उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिर मंत्री ने जेई रमेश कुमार मिश्रा को फोन किया। जेई ने मंत्री जी की फजीहत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। नाराज मंत्री धरने पर। बता दें कि इससे पहले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा भी कह चुके। कि मैं एक जेई तक का ट्रांसफ़र नहीं कर सकता। आज की घटना के बाद कहा जा रहा है कि जब एक मंत्री कि बात बिजली अधिकारी नहीं सुन रहे हैं तो आमजन मानस की समस्याओं का क्या निस्तारण करते होंगे। इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री से भी करने की बात कही है। 15 दिन पहले 24 जुलाई को कानपुर देहात में एक कार्यकर्ता पर गलत तरीके से मुकदमा दर्ज करने से नाराज महिला कल्याण राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला थाने में घरने पर बैठ गयी थीं।

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