नहर में करंट था, सिपाही मनोज ने फिसलती कार को रोकने के लिए अड़ा दिया था कंधा...बचाई आठ पुलिसकर्मियों की जान!


मेरठ। फायरिंग करते हुए भाग रहे कार सवार बदमाशों के घेराबंदी में दो सिपाही नहर में डूब गए। हालांकि उन्हें पानी से निकाल लिया गया और अस्पताल पहुंचाया गया। मौका ए वारदात से एक बदमाश को भी पकड़ा गया है। नहर में कूदने के बाद सिपाही मनोज को जब करंट लगा तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। पीछे आ रही दूसरी गाड़ी में भी सीओ सिटी और शहर कोतवाल सहित आठ पुलिसकर्मी थे। मनोज ने चिल्लाकर उन्हें बताया कि पानी में करंट है। इससे दूर रहना। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मी पानी में नहीं कूदे और बिजली आपूर्ति बंद कराने में जुट गए। जैसे ही बिजली कटी तो मनोज और उनके साथी गंगाराम को नहर से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया।
शुक्रवार देर शाम नगीना रोड चक्कर चौराहे के पास कार में सवार कुछ युवकों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसी बीच पास में ही खड़ी डायल 112 की गाड़ी ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। तभी बदमाश नगीना रोड की ओर भाग निकले। इसके साथ ही पुलिस की एक और गाड़ी ने उनका पीछा किया। तभी सालमाबाद भरेरा के पास से गुजर रहे नहर की पटरी की ओर बदमाश मुड़ गए। नहर पटरी पर बदमाश दोनों ओर से घिरता देख गाड़ी को नहर की तरफ मोड़ दिया। बदमाशों की गाड़ी की टक्कर हाई टेंशन लाइन के खंभे हो गई।
खंभे से टकराकर बदमाशों की गाड़ी नहर में जा गिरी। तभी पीछे से आ रहे पुलिसकर्मी मनोज और गंगाराम नहर में कूद गए। इसी बीच हाई टेंशन लाइन का एक तार टूट कर नहर में आ गिरा। पानी में करंट फैलने के कारण दोनों पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कराई गई और पुलिस ने दोनों ही पुलिस कर्मियों को पानी से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। जहां मनोज को मृत घोषित कर दिया गया। ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू की। एक बदमाश को पुलिस ने दबोच लिया। घायल हालत में मिले बदमाश को अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलते ही मौके पर एसपी सिटी संजीव बाजपेई, सिओ सिटी राकेश वशिष्ठ और सिओ संग्राम सिंह शहर कोतवाल उदय प्रताप और दमकल की गाड़ी भी मौके पर पहुंची।
अस्पताल में भर्ती बदमाश नीरज ने पूछताछ में बताया कि सिपाही मनोज ने बदमाशों को पकड़ने के लिए नहर में गिरती कार को रोकने के लिए अपना कंधा अड़ा दिया। कार नहर में गिरी तो सिपाही भी साथ में कूद गया। हालांकि इसी बीच बदमाश उतरकर भाग निकले। लेकिन दोनों सिपाही करंट की चपेट में आ गए। घायल बदमाश ने अस्पताल में यहां तक कहा कि सिपाही की बहाुदरी के कारण उसकी जान बच गई, वरना गाड़ी के साथ वह भी पानी में डूब जाता।
बिजनौर में बदमाशों का पीछा करते नहर में करंट लगने से जान गंवाने वाले सिपाही मनोज की मौत का पता चलते ही हेवा गांव में शोक छा गया। इसके वाद सिपाही मनोज के परिवार वाले और ग्रामीण बिजनौर के लिए रवाना हो गए। परिजनों ने बताया कि घटना के बाद उन्हें जानकारी दी गई, लेकिन शुरुआत में हालत गंभीर होने के बारे में बताया गया। मौत होने की जानकारी काफी समय बीतने के बाद दी गई।
सिपाही मनोज कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था और उसकी पत्नी एक बेटा है। मनोज का बड़ा भाई प्रवीण सीआईएसएफ और दूसरा भाई बिजवाड़ा इंटर कॉलेज में पीटीआई है। ग्रामीणों ने बताया कि मनोज के पिता बिजेंद्र सिंह गांव में रहकर खेतीबाड़ी करते हैं।

Post a Comment

0 Comments