जितेंद्र ने साल 2016 में झज्जर में डबल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था, जिसके बाद उसे आजीवन कारावास हो गई थी। इसी मुकदमे में वह 2023 में पैरोल पर जेल से बाहर आया था, लेकिन फिर जेल वापस जाने की बजाय फरार हो गया था। इसके बाद जितेंद्र ने साल 2023 में ही सुपारी लेकर गाजियाबाद के थाना टीला मोड़ में एक व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी केस में उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। जेल में रहने के दौरान ही वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया और फरार होने के बाद गैंग के सदस्यों के साथ काम करने लगा। जीतू पर एक दो नहीं बल्कि पूरे 8 आपराधिक मामले दर्ज थे। किसी मामले में उसे 5 साल तो किसी मामले में उसे 10 साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं एक केस में उसे आजीवन कारावास की सजा मिली थी। इसके अलावा कई मामलों में वह वांछित भी था, लेकिन अब पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया।
0 Comments