लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा भाजपा अध्यक्ष के नाम को लेकर हो रही है। उत्तर प्रदेश में भूपेंद्र चौधरी के बाद बीजेपी की कमान किसके हाथों में होगी? इसके कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस बार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुना जाएगा।
इस लिहाज से यूपी अब सबसे खास है। यहां मौजूदा भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। नए अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है. मंडल और जिलाध्यक्षों के चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके लिए दिल्ली से लेकर लखनऊ की दौड़ शुरू हो गया है। इसी के तहत विनोद तावड़े का दौरा भी लखनऊ में हुआ और इससे चर्चा और तेज़ हो गई।
दरअसल, BJP संगठन के चुनाव की सरगर्मी के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए विनोद तावड़े पिछले दिनों राजधानी पहुंचे थे। उस दिन BJP नेताओं की उनसे हुई. तावड़े की प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल से भी अलग मुलाकात हुई है। इस मुलाकात की वजह से सियासी माहौल गरम हो गया है।
तावड़े ने सीएम योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से उनके आवास पर अलग-अलग मुलाकात की। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में योगी सरकार में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव से भी हुई। स्वतंत्र देव सिंह ने पहले विनोद तावड़े को एयरपोर्ट पर रिसीव किया और दिन में उनके साथ बैठक में हिस्सा भी लिया। विनोद तावड़े की इन मुलाकातों के बाद चर्चा नए अध्यक्ष के नाम को लेकर भी हुई। सूत्रों की मानें तो तावड़े ने नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की है। खबर यह भी है कि विनोद तावड़े यूपी के नेताओं से जो बातचीत की है, उसके आधार पर फीडबैक पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे।
सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नाम को लेकर है। कहा जा रहा है कि सत्यदेव खुद भी दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए उन्होंने दिल्ली से लेकर लखनऊ तक दौड़ लगाई है। इतना ही नहीं संघ के नेताओं से भी मुलाकात की है। इसके बाद चर्चा मौजूदा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को दोबारा मौका देने को लेकर भी है। कहा जा रहा है कि भूपेंद्र चौधरी भी चाहते हैं कि उन्हें एक कार्यकाल और दिया जाए। हालांकि की संभावना बेहद कम दिखाई दे रही है। इसके साथ ही एमएलसी विद्यासागर सोनकर, पूर्व सांसद विनोद सोनकर, बाबूराम निषाद के नाम की भी है।
बता दें, पार्टी ने यूपी में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनाव अधिकारी बनाया है। जिलाध्यक्षों के चुनाव के तत्काल बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसलिए अब प्रदेश अध्यक्ष के संभावित नामों पर मंथन शुरू हो चुका है। जल्द ही पीयूष गोयल भी लखनऊ आएंगे और वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा करेंगे।
दरअसल प्रदेश में ही जल्द ही नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी है। इस पद के लिए तमाम नेताओं ने दावेदारी कर रखी है। ऐसे में पर्यवेक्षक के तौर पर तावड़े के यूपी दौरा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी स्तर पर 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से प्रदेश अध्यक्ष के लिए प्रभावी चेहरे को लेकर मंथन हो रहा है। विनोद तावड़े की सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ,वरिष्ठ भाजपा नेता रेखा वर्मा और महेन्द सिंह समेत अन्य नेताओं की मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि तावड़े ने इस मुलाकात में अध्यक्ष पद के संभावित कुछ चेहरों के नाम पर रायशुमारी भी की है।
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