लखनऊ। कूरियर में ड्रग्स बताकर साइबर ठगों ने पूछताछ के नाम पर बरेली की युवती को डिजिटल अरेस्ट कर लोन कराकर दस लाख रुपये ठग लिए। साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रामपुर बाग की आयुषी जायसवाल नोएडा में निजी कंपनी में कार्यरत हैं। आयुषी ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि 13 अक्तूबर को फेडेक्स कोरियर के नाम से एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल किया और बताया कि उनका कोरियर मुंबई से ईरान जा रहा है। उस कोरियर में पासपोर्ट और ड्रग्स बताकर आरोपी ने पूछताछ के लिए कॉल साइबर क्राइम मुंबई में ट्रांसफर करने की बात कही। इसके बाद उनकी कॉल स्काइप पर ट्रांसफर कर दी गई। आयुषी ने पुलिस को बताया कि कॉल ट्रांसफर कराने के बाद उन्हें एक लिंक पर क्लिक करने को कहा। उन्होंने उस पर क्लिक किया और आरोपी के बताने के मुताबिक आगे बढ़ती गईं। कुछ ही देर में उनके खाते से दस लाख रुपये लोन स्वीकृत होकर रकम केनरा बैंक मुंबई के खाते में ट्रांसफर हो गई। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। साइबर थाने में शिकायत की। साइबर थाना प्रभारी नीरज सिंह ने बताया कि छह लाख रुपये होल्ड कर दी गई है। बाकी के लिए प्रक्रिया जारी है।
ऐसे ठगी से बचने के लिए किसी भी अनजान को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें- फोन कॉल पर अनजान व्यक्ति पर बिल्कुल भरोसा न करें- डिजिटल अरेस्ट का भारत में कोई प्रावधान नहीं है- साइबर अपराध पर अपने नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं- 24 घंटे में शिकायत दर्ज कराने पर रकम वापस मिलने की संभावना अधिक रहती है- अवसाद में टेलीमानस हेल्पलाइन नंबर 14416 पर कॉल करें- धोखाधड़ी वाले कॉल के लिए चक्षु पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत कर उस नंबर को रिपोर्ट करें- चोरी या खोए हुए मोबाइल को भी चक्षु पोर्टल पर शिकायत कर ब्लॉक करा सकते हैं- रामपुर बाग की युवती नोएडा में है कार्यरत- साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यहां करें शिकायतहेल्पलाइन 1930 पर कॉल या cybercrime.gov.in पर बताएं।
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