कमर में लोहे की चेन बांध सिपाही भर्ती परीक्षा देने पहुंची महिला, बोली- ताला नहीं खोलूंगी भले एग्जाम छोड़ना पड़ जाए!


लखनऊ। प्रदेश के महराजगंज जिले में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान अंतिम दिन एग्जाम केंद्र पर एक चौंका देने वाला मामला सामने आया. यहां पहली पाली की परीक्षा में शामिल होने आई एक महिला अभ्यर्थी की जब जांच की गई तो वह लोहे की चेन को ताले में बंद करके कमर में लटका रखी थी। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने जब चेन निकालने को कहा तो महिला अभ्यर्थी ने कहा कि इसे नहीं निकाल सकती, भले ही परीक्षा छोड़नी ही क्यों न पड़ जाए।
गेट पर खड़े परिजनों ने भी आकर कहा कि ताला मत खोलिएगा नहीं तो सम्भालना मुश्किल हो जाएगा। काफी देर तक अभ्यर्थी को किनारे खड़ा रखा गया। बाद में उच्चाधिकारियों से बात करने के बाद कक्ष निरीक्षक की विशेष निगरानी में उसे परीक्षा देने की इजाजत मिल गई। दरअसल सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन की पहली पाली में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज धनेवा धनेई केंद्र पर परीक्षा में सम्मिलित होने आई महिला अभ्यर्थी की जब सुरक्षा कर्मियों ने जांच की तो मेटल डोर डिडेक्टर से आवाज आने लगी। इस पर छात्रा ने बताया कि भूत के साए को भगाने के लिए उसने तांत्रिक के सुझाव पर अपनी कमर में लोहे की माला को ताला से बंद कर रखा है। उसी से आवाज आ रही है। इस पर महिला सुरक्षाकर्मियों ने ताला खोलकर माला को निकालने को कहा। इसके बाद महिला अभ्यर्थी ने कहा कि वह माला नहीं खोल सकती भले ही सिपाही भर्ती परीक्षा उसे छोड़नी पड़ जाए, लेकिन वह ताला नहीं खोलेगी।
इतना ही नहीं गेट पर अभ्यर्थी के परिजन भी मौजूद थे। उनका कहना था कि लड़की भूत के साया से परेशान है। कई भूत उसके उपर सवार हैं. झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र करने वाले के सुझाव पर छात्रा के शरीर पर 11 लोहे की मालाओं को ताले से बंद किया गया था। 10 भूत उसे छोड़ चुके हैं। उसके बाद ताला खुल गया था। अभी 11वां ताला नहीं खुला है। ताला नहीं खोलने की बात पर अभ्यर्थी की सघन जांच हुई। कोई डिवाइस नहीं मिला। कक्ष निरीक्षक को विशेष निगरानी का निर्देश दिया गया। उसके बाद कमर में ताला लगाकर ही महिला अभ्यर्थी कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा में सम्मिलित हुई।

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