आजमगढ़। वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में प्रसिद्ध बाल मनोवैज्ञानिक एवं शिक्षक प्रशिक्षिका शालिनी मिश्रा ने कीर्ति पब्लिकेशन के सौजन्य से एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम मां सरस्वती के प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूवात किया गया
तत्पश्चात प्रशिक्षिका शालिनी मिश्रा ने शिक्षकों को कई गतिविधियों, खेलों और डिजिटल सामग्री के माध्यम से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षण एक महान पेशा है और एक शिक्षक के रूप में हमें इस पेशे के महत्व को समझना चाहिए। साथ ही, उन्होंने बच्चों से जुड़ने के विभिन्न तरीकों जैसे शिक्षाशास्त्र, तनाव प्रबंधन, कक्षा व्यवस्था, शिक्षण सामग्री और समय प्रबंधन के बारे में सुझाव दिये।
विद्यालय के प्रबंध निदेशक शिव गोविंद सिंह ने कहा कि "हम सर्वश्रेष्ठ और अगले से बेहतर" के सिद्धांत का पालन कर रहे हैं। उनका मानना है कि बच्चों का समग्र विकास तभी संभव है जब शिक्षक स्वयं अच्छे से विकसित हों। इसी उद्देश्य से हम अपने शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन करते रहते हैं।
प्रधानाचार्या डॉली शर्मा ने कहा कि सीखना एक सतत प्रक्रिया है और एक शिक्षक के रूप में हमें सीखने, उन्नत होने और पुनः सीखने की प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम धन्य हैं कि हमारे पास एक उत्कृष्ट शिक्षकों की टीम है, जो हमेशा कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक रहती है। उन्होंने इस शानदार कार्यशाला के आयोजन के लिए प्रशिक्षक शालिनी मिश्रा और विद्यालय प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। विद्यालय के प्रबंध निदेशक शिव गोविंद सिंह तथा प्रधानाचार्या डॉली शर्मा ने शालिनी मिश्रा, अंकुर टेरेटरी मैनेजर, रितम बाला जी ट्रेडर्स को अंगवस्त्रम तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया तथा आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से नीलम चौहान, आरती सिंह, सोनम सिंह, प्रभाकर सिंह, अनिल शुक्ला, किशन मिश्रा, इंद्रजीत साहनी, सौम्या पांडे,अनिता सिंह, बागेश्वर गिरी,एजाज अहमद, फहीम अहमद, रीना यादव, अंशु प्रजापति, कुमकुम दूबे, सुनील चौरसिया, सुनीता दीक्षित, अंशु प्रजापति सहित सभी शिक्षको ने भाग लिया।
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