शिक्षिका ने पार कीं हदें... अनुसूचित छात्र को कमरे में बंद कर बर्बरता से पीटा... उधेड़ दी पीठ की खाल!


लखनऊ। बरेली के नवाबगंज में पेड़ से जामुन और नींबू तोड़ने से मना करने पर शिक्षिका का गुस्सा अनुसूचित छात्र पर फूट पड़ा। शिक्षिका ने विद्यालय के कमरे में छात्र को जमकर पीटा। जिससे उसकी पीठ पर घाव बन गए। परिजनों ने आरोपी शिक्षिका के खिलाफ क्योलड़िया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। छात्र को मेडिकल के लिए भेज दिया है। भदपुरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बिहारीपुर अब्दुल रहमान में गांव के ही एक व्यक्ति का पुत्र कक्षा चौथी का छात्र है। विद्यालय की शिक्षिका रचनी गंगवार आए दिन बच्चों से पेड़ से कभी नींबू तो कभी जामुन तुड़वाती है। शिक्षिका ने 20 जुलाई को छात्र को जामुन तोड़ने के लिए भेजना चाहा तो उसने मना कर दिया। ग्रामीणों के पूछने पर छात्र ने शिक्षिका का नाम भी बता दिया। इससे वह आग बबूला हो गए। आरोप है कि छात्रा के आते ही उसे विद्यालय के कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा। छात्र चीखता रहा, लेकिन शिक्षिका नहीं मानी। परिजनों का आरोप है कि शिक्षिका ने कई घंटे तक उनके बेटे को कमरे में बंद रखा। विद्यालय बंद होने पर अन्य शिक्षकों के कहने पर छात्र को कमरे से बाहर निकाला। घटना की तहरीर लेकर पीड़ित के परिजन थाना क्योलड़िया गए तो पुलिसकर्मियों ने राजनीतिक दबाव के चलते रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बाद में मामला बिगड़ता देख रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिक्षिका रचनी गंगवार ने कहा कि गांव की राजनीति की वजह से उन्हें फंसाया जा रहा है। मैंने छात्र के माता-पिता से माफी मांगने के बाद पुलिस को समझौता पत्र दे दिया था। घर आने के बाद मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली है। सभी आरोप निराधार हैं। इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी भदपुरा ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। रविवार को अवकाश के चलते अधिक जानकारी नहीं जुटाई जा सकी। छात्र के परिजन यदि लिखित में शिकायत करते हैं तो विभागीय जांच भी कराई जाएगी।

Post a Comment

0 Comments