लखनऊ। यूपी में विधानसभा सत्र शुरू होते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य साथ-साथ नजर आए थे, पर शाम होते- होते दोनों एक दूसरे के खिलाफ हो गए। ये सब हुआ बीजेपी के प्रदेश OBC मोर्चा के सम्मेलन में। मुख्यमंत्री के आने से पहले ही दोनों डिप्टी सीएम कार्यक्रम से निकल गए। डिप्टी सीएम केशव ने कहा चुनाव हमेशा पार्टी ही लड़ती है और पार्टी ही जीतती है। वहीं, सीएम योगी ने कहा नौकरी में आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। आपको बता दें कि डिप्टी सीएम केशव और अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने इसी मुद्दे पर सीएम योगी को चिट्ठी लिखी थी।
सोमवार को लखनऊ में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का मंच सजा था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ ब्रजेश पाठक बुलाए गए थे। पर मंच पर तीनों साथ नहीं रहे। सरकार से बड़ा संगठन है कहने वाले केशव मौर्य ने आज फिर वही बात अलग अंदाज में कह दी। डिप्टी सीएम ने कहा कि चुनाव सरकार नहीं पार्टी जीतती है।
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से यूपी के सीएम और डिप्टी सीएम में ठनी हुई है। विधानसभा की बैठक शुरू होने से पहले सोमवार सुबह दोनों साथ नजर आए। लगा सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव में सब ठीक हो गया है। पर ओबीसी मोर्चे की बैठक में जैसे ही सीएम योगी की कुर्सी पर भगवा तौलिया लगने लगा डिप्टी सीएम कार्यक्रम से निकल गए। दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी केशव के साथ ही कार्यक्रम से निकल गए।
इस बैठक में योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के आरक्षण वाले मुद्दे पर जवाब भी दे दिया। सीएम ने कहा कि 69 हजार शिक्षकों की भर्ती पर सवाल खड़े किए जाते हैं। ये वही लोग हैं जिनकी सरकार में 86 में 56 एक ही जाति के लोगों को नौकरी मिली थी। कुछ लोग हम पर आरोप लगाते हैं। सपा सरकार में 86 एसडीएम की नियुक्ति हुई थी। 86 में से 56 सिर्फ एक ही जाति के लोग थे। हम पर आरोप लगाने वाले लोग इस बात पर खामोश हो जाते हैं। पिछले 7 साल में हमने 6.50 लाख सरकारी भर्ती की। इसमे 60 फीसदी ओबीसी समाज के लोग थे। 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में हमने इसको लागू किया।
सीएम योगी ने अपने बयान से विपक्ष के सवालों का तो जवाब दिया है ही साथ में पार्टी के भीतर कुछ नेताओं की ओर से जो सवाल उठाए जा रहे थे उन्हें भी जवाब दे दिया है। इन नेताओं में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ-साथ बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी शामिल हैं। सरकारी और आउटसोर्सिंग नौकरी में आरक्षण की अनदेखी को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने योगी आदित्यनाथ के विभाग को चिट्ठी लिखी थी। अपना दल अध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुकी हैं। ऐसा लग रहा था दिल्ली से लौटने के बाद सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव में शांति समझौता हो गया है। पर ये तो तूफान से पहले वाली शांति लग रही है।
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