लखनऊ। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। दिनेश प्रताप सिंह इससे पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद रह चुकीं सोनिया गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। हालांकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से अभी तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर बीजेपी ने लिखा- भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 हेतु अपनी 17वीं सूची में दो नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। रायबरेली के अलावा बीजेपी ने कैसरगंज से भी उम्मीदवार उतारा है। पार्टी ने करण भूषण सिंह को कैंडिडेट बनाया है। दिनेश प्रताप सिंह साल 2019 में चुनाव लड़े थे। साल 2019 की एक चुनावी सभा में जब पीएम मोदी ने दिनेश प्रताप सिंह के कंधे पर हाथ रखा। इसकी तस्वीरें भी खूब वायरल हुईं थीं। उसके बाद ही बीजेपी ने इनका कद बढ़ता चला गया। दिनेश प्रताप सिंह पहले कांग्रेस में थे. सूत्रों का दावा है कि दिनेश सिंह ने संजय सेठ के राज्यसभा चुनाव में भी अहम भूमिका निभाई थी।
वहीं बीजेपी ने कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन लोकसभा क्षेत्र से करण भूषण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर अभी बीजेपी के बृज भूषण शरण सिंह सांसद हैं। हालांकि बीते एक साल के दौरान महिला पहलवानों के आरोपों के कारण वह काफी विवादों में रहे हैं। लेकिन यह इलाका उनका गढ़ माना जाता है और उनका दबदबा बीते 30 सालों के दौरान यहां देखा गया है। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का केस चल रहा है। यह केस दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहा है। बीते साल ही भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि खेल से नाता तोड़ लिया है। तब बीते साल की शुरुआत में शीर्ष भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट के साथ-साथ अन्य पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने कई युवा जूनियर पहलवानों को परेशान किया था।
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