आंचलिक मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, एक मार्च से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके कारण मध्य भारत के ऊपर परिस्थितियों में होने वाले बदलाव से बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से आने वाली नमीयुक्त हवाओं का समागम होने से मौसम बदल सकता है। तेज झोंकेदार पछुआ हवा, गरज-चमक के साथ बरसात का दौर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से शुरू होगा। जो दो मार्च को पूर्वी उत्तर प्रदेश में दिखाई देगा। इस बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं कहीं ओलावृष्टि के भी आसार हैं।
चार मार्च से मौसम में कुछ सुधार संभव है। वहीं आसमान साफ होने के कारण आगामी दो-तीन दिनों के दौरान प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 2-3डिग्री और अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस का उछाल आने के आसार हैं। एक मार्च से बादलों की आवाजाही व बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश के मुताबिक, जैसा कि पूर्वानुमान था, उसके मुताबिक मंगलवार को प्रयागराज व वाराणसी मंडल के आसपास बारिश दर्ज हुई। बुधवार और बृहस्पतिवार को मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
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