कर्जदाताओं को फंसाने के लिए पत्नी का कत्ल... कर्जदाता युवती से किया था ये वादा!



शाहजहांपुर। कर्जदारों को फंसाने के लिए शाहजहांपुर के रोजा थाना क्षेत्र के गांव सिसौआ निवासी उमेश गुप्ता ने अपनी पत्नी रीना गुप्ता (26) की सोमवार रात रस्सी से गला कसकर हत्या कर दी, फिर उसका शव मकान के सामने सड़क पर फेंककर लूटपाट कर हत्या की कहानी सुनाकर पुलिस को गुमराह किया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने सच उगल दिया। रीना के पिता बटेश्वर गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने पति समेत छह लोगों पर दहेज के लिए हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। जनसेवा केंद्र संचालक उमेश ने कई लोगों से ब्याज पर रुपये ले रखे हैं। उमेश पर 60 से 70 लाख रुपये का कर्ज है। इधर, उसकी अपनी पत्नी रीना से अनबन रहती थी।

पुलिस के मुताबिक, पत्नी से छुटकारा पाने और कर्ज देने वालों को फंसाने के लिए उसने रीना की हत्या कर दी। सुबह टहलने निकले लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो उमेश ने शाहजहांपुर निवासी एक युवती समेत पांच अन्य लोगों पर पत्नी की लूटपाट के बाद हत्या का आरोप लगाया। संदेह के आधार पर उमेश को हिरासत में लिया तो हकीकत सामने आ गई। रीना के पिता बटेश्वर गुप्ता ने पुलिस को बताया कि पति उमेश दहेज में पांच लाख रुपये मांग रहा था, न मिलने पर उसने बेटी की हत्या कर दी। पिता की तहरीर पर पुलिस ने पति उमेश, ससुर सियाराम, सास लज्जा, जेठानी मंजू, जेठ रमेश, देवर दिनेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसपी सिटी सुधीर जायसवाल ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है। फोरेंसिक यूनिट ने भी साक्ष्य जुटाए हैं।

जनसेवा केंद्र का संचालन करने वाला उमेश खुद के बुने जाल में ही फंस गया। इससे पहले उमेश ने गुमराह करते हुए पुलिस को बताया कि रात में शाहजहांपुर निवासी युवती पांच लोगों के साथ आई। उसे नशा सुंघाकर बेहोश करने के बाद लूटपाट करने के बाद रीना की हत्या कर शव फेंक दिया। पुलिस ने मृतका के परिजन से संपर्क साधा। रीना के पिता ने बेटी को आए दिन प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। पुलिस ने संदेह होने पर उमेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने सारी सच्चाई को उगल दिया। दूसरी ओर एसपी अशोक कुमार, एसपी सिटी सुधीर जायसवाल ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। पुलिस के अनुसार, उमेश पत्नी की हत्या कर उससे छुटकारा पाने के साथ बड़े कर्जदाताओं से निजात पाना चाहता था। इसलिए उसने पत्नी की हत्या का प्लान बनाया था।

पुलिस ने केस की पड़ताल शुरू की तो सारी परतें उधड़ती चली गईं। ग्रामीणों से पूछताछ में सामने आया कि कोरोना काल में उमेश ने बैंक मित्र होने के चलते लोगों से रुपया खाता में जमा करने के लिए लेकर हड़प कर लिया था। उसने ब्याज पर भी रुपये ले रखे थे। उसके ऊपर करीब एक करोड़ रुपये की उधारी थी। इंस्पेक्टर राजीव सिंह के अनुसार, सोमवार को सपना अपना उधारी पर लिया दस लाख रुपये मांगने आई थी। उसे चाय पिलाने के बाद एक महीने में रुपया देने का वादा कर विदा किया था। कई अन्य बड़े कर्जदार भी उससे रुपया वापसी मांग रहे थे। उसने इतनी बड़ी रकम कहां खपाई? इस सवाल का जवाब पुलिस तलाश कर रही है।

मृतका रीना के भाई ने अपनी बहन को कुछ चेक दिए थे। जिसका रुपया उसके खाते में था। भाई अपना रुपया मांग रहा था, जबकि उमेश रुपया वापसी करने से मना करता था। इस बात को लेकर भी दोनों में अनबन रहती थी। रीना का मायका खुटार के मोहल्ला सरोजनीनगर में है। 14 जून 2019 को उसका विवाह हुआ था। उनका दो साल का बेटा वैभव है। मृतका के पिता बटेश्वर दयाल गुप्ता ने बताया कि शादी के बाद से बेटी को ससुराल वाले परेशान करते थे। वह अतिरिक्त दहेज में पांच लाख रुपये की मांग करते थे। कई बार समझाने के बाद भी दहेज की मांग करते रहे। मंगलवार को तड़के बेटी के ससुराल के पड़ोसियों ने फोन कर सूचना दी। बटेश्वर ने बताया कि उनके आने पर बेटी की नाक व कान से खून बह रहा था। गले पर भी निशान थे। दहेज के लिए बेटी की हत्या कर शव फेंक दिया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की विवेचना सीओ सदर करेंगे।

भाईदूज के त्योहार पर रीना अपने मायके गई थी। काफी प्रयास के बाद भी उमेश उसे लिवाने नहीं गया। जिसके बाद रीना खुद ही बस में सवार होकर रोडवेज बस अड्डे तक आई। जहां से उमेश उसे गांव तक ले गया था। बताते हैं कि रीना का पति से आए दिन झगड़ा होने के चलते मां सुदामा ने एक माह पहले बेटी को मोबाइल लेकर दिया था। बताते हैं कि उमेश ने अपनी पत्नी का बीमा भी कराया था। जिसमें खुद को स्वामी दिखाया था। माना जा रहा है कि बीमा की धनराशि के लिए उसने पत्नी की हत्या की है।

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