देवरिया। एक शिक्षिका ने शिक्षक संघ के दो पदाधिकारियों और एक खंड शिक्षाधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। शिक्षिका ने मामले की शिकायत डीएम को गुमनाम पत्र भेजकर की है। पत्र में लिखा है कि गैरहाजिर होने पर शिक्षिकाओं से वसूली की जाती है। पत्र में शिक्षिका ने अपनी आपबीती भी बताई है। डीएम ने मामले की जांच बीएसए को सौंपी है। बीएसए ने बताया कि आरोपों की विभागीय और थाना स्तर पर जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता शिक्षिका ने अपना गोपनीय रखते हुए पत्र में लिखा है कि दो पदाधिकारी उसका अंतरजनपदीय स्थानांतरण हो गया है। उसने जिलाधिकारी, एसपी, बीएसए सहित आला अफसरों से शिकायत कर जिले की कुछ शिक्षिकाओं की पीड़ा बताई है। शिक्षिका ने पत्र में लिखा है कि वह जिले के एक ब्लॉक में पिछले कई वर्षों से कार्यरत थी। एक बार शिक्षक संघ के दो पदाधिकारी और खंड शिक्षाधिकारी उसे अपने साथ एक होटल में विद्यालय के काम का बहाना बनाकर ले गए थे। यहां पर तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
खंड शिक्षाधिकारी ने मुंह बंद रखने की धमकी दी थी। कहा था कि किसी को बताया तो सस्पेंड कर दिया जाएगा। शिक्षिका ने लिखा है कि संगठन के पदाधिकारी अधिकारियों की शह पर विद्यालय छोड़कर घूमते रहते हैं। वे महिला शिक्षकों को चिह्नित कर खंड की जांच शिक्षाधिकारी को जानकारी देते हैं। इसके बाद खंड शिक्षाधिकारी उन महिला शिक्षकों के विद्यालय का निरीक्षण करते हैं। फिर दलालों से एक दिन की अनुपस्थिति पर 1500 रुपये, एक सप्ताह न आने पर 4500 रुपये की मांग करते हैं। दोनों पदाधिकारी कई वर्षों मिलकर महिला शिक्षिकाओं को डराते-धमकाते हैं और अधिकारियों के पास भेजते हैं।
शिक्षिका ने लिखा है कि उसने अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए इन तीनों को पांच हजार रुपये दिए से उसके थे। उसने दोषियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि जिलाधिकारी को शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए समिति गठित की गई है। पुलिस भी प्रकरण की जांच कर रही है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
0 Comments