बहन के चार वर्षीय मासूम का किया अपहरण...

रखी ऐसी डिमांड सुनकर पुलिस भी हुई शर्मसार!


एटा।
जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पैसों के लिए मामा ने अपने भांजे को निशाना बनाया। उसने चार वर्ष के मासूम का अपहरण कर लिया। इसके बाद बहन-बहनोई से फिरौती की मांग करने लगा। बहनोई ने किसी तरह कर्ज लेकर पैसों का इंतजाम किया। पैसे देते इससे पहल पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया। बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। घटना जलेसर थाना क्षेत्र की है। एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि जिला कासगंज थाना व कस्बा अमांपुर के मोहल्ला राजीव नगर निवासी मोहम्मद आशिफ की पत्नी समरीन अपने चार साल के बेटे आरिस के साथ 25 मई को मायके गांव मकसूदपुर थाना जलेसर आई थीं।

बताया कि यहां से 30 मई की सुबह करीब 11 बजे बच्चे का अपहरण सगे मामा रिजवान ने अपने साथी अमरूद्दीन उर्फ बिट्टू, अंशुल निवासीगण पुरदिल नगर थाना सिकंदराराऊ जिला हाथरस के साथ मिलकर कर लिया। अपहरण करने के बाद बिट्टू ने अपनी ससुराल गांव खेड़िया ताज थाना एका जिला फिरोजाबाद में सास गुड़िया के घर में बच्चे को छिपा दिया। बताया कि बच्चे का मामा दिल्ली में फेरी लगाकर कपड़ों की बिक्री करता है। उसे व्यापार में घाटा हो गया और करीब डेढ़ लाख रुपये के कर्ज में डूब गया। इस वजह से परेशान था। इधर रिजवान 28 मई को ही अपने पैतृक गांव मकसूदपुर में आया था। यहां पर भांजा को देखकर अपहरण की योजना बनाई। बिट्टू को 50 हजार रुपये का लालच देकर योजना में शामिल कर लिया। जबकि, अंशुल को बिट्टू ने 10 हजार रुपये में अपहरण करने के लिए तैयार किया था।

एसएसपी ने बताया कि भांजे की फिरौती के लिए अपने बहनोई के साथ रिजवान बना रहा और अपने साथियों से फिरौती मंगवाता रहा। रिजवान ने किसी तरह से रकम एकत्रित की और रात को जलेसर में अवागढ़ रेलवे फाटक पर रकम देना तय था। पुलिस को भनक लगने की जानकारी होने पर आरोपी नहीं आए, लेकिन सर्विलांस के माध्यम से पकड़ में आ गए। संरक्षण देने वाली बिट्टू की सास गुड़िया को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसएसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए जलेसर प्रभारी जगदीश चंद्र, कोतवाली देहात प्रभारी शंभूनाथ सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी सुनील यादव की टीमों को लगाया गया। इसके बाद रात करीब दो बजे बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।

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