प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई। उसका उपचार पीजीआई लखनऊ में चल रहा था। मंगलवार को डॉक्टरों ने उसके शरीर में संक्रमण फैलने की बात बताई थी। बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में मरने वालों की संख्या तीन पहुंच गई। एक गनर उमेश पाल और एक गनर संदीप निषाद की मौत मौके पर ही हो गई थी।
गंभीर रूप से घायल राघवेंद्र को पीजीआई लखनऊ रेफर कर दिया गया था। लालगंज क्षेत्र के कोरिहर गांव निवासी राघवेंद्र के पिता रामसुमेर सिंह पुलिस विभाग में सिपाही थे, जिनका बीमारी से देहांत हो गया था। राघवेंद्र को मृतक आश्रित के रूप में नौकरी मिली थी। परिवार में मां अरुणा, बहन अर्चना और भाई ज्ञानेंद्र हैं। पांच मई को राघवेंद्र की शादी भी तय है।
प्रयागराज में हुई घटना में अपराधियों ने राघवेंद्र पर बम से हमला करते हुए गोली मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। प्रयागराज स्थित स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय से पीजीआई 186 किमी की दूरी पर है। राघवेंद्र को लेकर एंबुलेंस ने इसे दो घंटे 24 मिनट में पूरा किया था। निगोहां बॉर्डर से एंबुलेंस 86 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ी और 30 किमी की दूरी तय कर 8.39 बजे पीजीआई पहुंच गई थी।
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