बलिया। जिले के एक असलहा व्यापारी ने फेसबुक पर लाइव आकर खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली। खुदकुशी करने से पहले उसने इसका कारण भी बताया। पीएम मोदी और सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई। परिवार का भरण-पोषण का ध्यान रखने को कहा। असलहा व्यापारी की लाइव खुदकुशी देख लोगों में हड़कंप मच गया। परिजनों ने इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया, वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी, सीओ सीटी जितेंद्र कुमार, कोतवाल राजीव सिंह अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का मुआयना कर साक्ष्यों को जुटाया। व्यापारियों में घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
सदर कोतवाली के स्टेशन-मालगोदाम रोड स्थित बलिया आर्म्स कॉरपोरेशन के मालिक नंदलाल गुप्ता बुधवार की दोपहर बाद फेसबुक लाइव आए। कुछ लोगों पर कर्ज वापस करने के बावजूद दबाव डालकर मकान रजिस्ट्री करवाने का आरोप लगाए। इसके बाद कहा कि अब मैं जीना नहीं चाहता। माननीय योगी जी, मोदी जी हमारे साथ न्याय करें। मेरे परिवार का भला करें। इसके बाद कनपटी पर पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। लाइव वीडियो में खुदकुशी देख लोगों में हड़कंप मच गया। दुकान पर रहने वाला युवक मोनू अपने घर से भागा-भागा दुकान पर पहुंचा, वह मालिक नंदलाल को खोजने लगा। दुकान अंदर से बंद दी। बगल से दुकान के अंदर का नजारा देख दंग रह गया। अंदर कुर्सी पर खून से लथपथ नंदलाल का शव पड़ा था। वह चिल्लाने लगा। ऊपर पत्नी मोनी, दो बच्चे व छोटा भाई शैलेश के साथ थी। चिल्लाने की आवाज सुन सभी नीचे दुकान पर पहुंचे। वहां का नजारा देख होश उड़ गए। लोगों ने ई-रिक्शा से नंदलाल को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
असलहा व्यापारी के आत्महत्या की खबर फैलते ही सूदखोरों में खलबली मच गई। बताया जा रहा है कि व्यापारी नंद लाल गुप्ता ने दर्जनों लोगों से सूद पर कर्ज लिया था। माह का पहला दिन होने के कारण नंदलाल की दुकान पर कई लोग सुबह पैसा की तगादा के लिए पहुंचे थे, जिसको लेकर वह काफी परेशान थे। घटना के बाद सूदखोरों के गुर्गे चोरी-छिपे पुलिस व परिजनों की गतिविधि की पल-पल की आह ले रहे थे। घटना में किस का नाम आ रहा यह जानने के लिए काफी परेशान दिखे। असलहा व्यापारी नंदलाल सुबह दुकान पर रहने वाले एक लड़के के साथ कचहरी गए थे। वहां से करीब एक बजे दुकान लौटे।
लोगों में चर्चा है कि नंदलाल किसी सूदखोर के दबाव में मकान को रजिस्ट्री करने गए थे। लाइव वीडियो में भी नंदलाल ने इसका जिक्र किया है।जिसका कागज कल ही कुछ लोगों ने बनवा लिया था। मकान के प्रथम तल पर असलहा दुकान व दूसरे तल पर परिवार रहता था। कचहरी से लौटने के बाद ऊपर न जाकर सीधे दुकान में जाकर नंदलाल फेसबुक लाइव आए। दुकान अंदर से बंद थी। यही कारण रहा कि गोली चलने के बाद किसी को पता नहीं चल सका।
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