चिमटे से एटीएम खाली करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, अब तक प्रेमिका पर खर्च कर चुका 3 करोड़


बस्ती। छावनी पुलिस ने एसओजी टीम के साथ संयुक्त अभियान में एक ऐसे अंतरराज्जीय मास्टरमाइंड को धर दबोचा, जो चिमटा के सहारे एटीएम के अंदर रखे रुपये निकाल लेता है. पुलिस के मुताबिक एटीएम से निकाले गए रुपयों में से वह मुंबई की अपनी प्रेमिका पर तीन करोड़ रुपये खर्च कर चुका है. पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने उसे छावनी थानाक्षेत्र के विक्रमजोत से आगे हनुमानगंज तिराहे के पास मंगलवार को बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह निवासी करमचन्दपुर थाना जेठवारा जिला प्रतापगढ़ को गिरफ्तार किया. उसके पास से एक तमंचा, एक कारतूस, सफारी कार व 1950 रुपये नगद बरामद किया गया. वह जिले में वारदात करने के फिराक में यहां आया था.

एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि छावनी थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय पुलिस चौकी विक्रमजोत प्रभारी ओमप्रकाश मिश्रा के साथ क्षेत्र में मौजूद थे. तभी एसओजी प्रभारी रोहित कुमार उपाध्याय को एक मुखबिर ने फोन करके बताया कि एक संदिग्ध व्यक्ति कार से अमारी से विक्रमजोत की तरफ आ रहा है, जिसके कार के आगे की नम्बर प्लेट टूटी हुई है. उसके पास कुछ अवैध सामग्री हो सकती है. दोनों टीमों ने हनुमानगंज तिराहे से आगे पुलिया के समीप तेजी से आ रही कार रोकने का प्रयास किया तो वह कार मोड़ने लगा. परन्तु मोड़ न पाने के कारण गाड़ी से उतरकर पीछे की तरफ भागने लगा. टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया. पूछताछ में उसने अपना नाम बजरंग बहादुर उर्फ सावन सिंह बताया.

भागने की वजह पूछने पर सावन सिंह ने बताया कि उसके पास अवैध तमंचा था, इसलिए गिरफ्तारी के डर से भाग रहा था. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस की पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए. इससे पहले वह कई बार जेल भेजा जा चुका है. पूछताछ में पता चला कि बजरंग बहादुर काफी शातिर दिमाग अपराधी है. यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार समेत कई राज्यों में जाकर एटीएम से रुपये निकाल चुका है. इसका पूरा गिरोह है, जिसका सरगना यही है। पुलिस के मुताबिक, बीए पास शातिर प्रतापगढ़ में एक होटल में 12 हजार रुपये महीने की नौकरी करता था. इस बीच उसे पता चला कि गांव का एक युवक बिहार से एटीएम खाली करने का तरीका सीख कर आया है.

बजरंग ने बताया कि उसने उससे संपर्क किया और उस औजार (खास तरीके का चिमटा) के बारे में जानकारी लिया, जिससे एटीएम के कैश बॉक्स से रुपये निकालता था. बिहार जाकर 40 हजार रुपये में उसने वह चिमटा बनवाया. यह चिमटा केवल पुराने एटीएम में ही काम करता था. ऐसे में उसने ऐसे एटीएम की खोज में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई प्रांत तक की दौड़ लगाई. अब तक वह करोड़ों रुपये इस तरह निकाल चुका है.

Post a Comment

0 Comments