फेसबुक पर हुई दोस्ती और पहलवान से बन गए असलहा सप्लायर... और फिर.


वाराणसी। एसटीएफ वाराणसी इकाई ने मंगलवार को सारनाथ के आशापुर मार्ग से अंतरप्रांतीय असलहा तस्कर गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया. दोनों पहले पहलवानी करते थे। फेसबुक पर कुछ लोगों से हुई दोस्ती के बाद असलहा तस्करों के चंगुल में फंस गए और गिरोह के सक्रिय सदस्य बन गए. इनके पास से 7 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल 32 बोर व 13 मैगजीन बरामद किया गया है.

एएसपी विनोद सिंह ने बताया कि निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर दोनों को पकड़ा. दोनों की पहचान देवेश्वर शुक्ला निवासी यशवन्त सिंह का पुरा, थाना पडरी, मिर्जापुर और अम्बुज निवासी बसुहरा, थाना हलिया, जनपद मिर्जापुर के रूप में हुई है. गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे दोनों कुश्ती लडते थे और इसका वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड करते थे। फेसबुक पर वीडियो को देखकर इसी वर्ष जुलाई में प्रयागराज के विपिन दूबे से सम्पर्क हुआ और दोस्ती आगे बढ़ गई.

दोस्ती के दौरान विपिन दूबे ने बताया कि असलहा तस्करी में काफी पैसा है तुम दोनों भी काफी पैसा कमा सकते हो. वे दोनों पैसे के लालच में आकर विपिन दूबे से मिलकर असलहा तस्करी का काम करने लगे. विपिन दूबे इन दोनों को पैसा देकर मध्य प्रदेश के जनपद बडवानी के एक सरदार (नाम नहीं पता) के पास भेजता था. ये दोनों पैसा देकर सरदार से असलहा ले लिया करते थे और मध्य प्रदेश से उन असलहों को लाकर विपिन दूबे को दिया करते थे.

इसके बदले में विपिन दूबे 7 हजार रुपये प्रति पिस्टल के हिसाब से पैसा दिया करता था. इस प्रकार दोनों अब तक कई असलहा लाकर विपिन दूबे को दे चुके हैं. इसी क्रम में दो दिन पहले दोनों जनपद बडवानी (मप्र) गये थे और उसी सरदार से 7 सेमी ऑटोमेटिक 32 बोर की पिस्टल और इसकी 13 मैगजीन लेकर आये थे. इसे वाराणसी में विपिन दूबे को देना था. आज इन असलहों को देने के लिये विपिन दूबे का इन्तजार कर रहे थे लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आ गए. दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.

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