कम वर्षा की स्थिति के दृष्टिगत फसलों की स्थिति के आंकलन मुताबिक 2,84,256 हेक्टेयर में बोआई का लक्ष्य था. 2,31,903 हेक्टेयर में बोआई हो पाई है. विशेषज्ञों की रिपोर्ट के मुताबिक यदि अब भी वर्षा नहीं हुई तो 12,866 हेक्टेयर फसल उत्पादन में 33 से 50 फीसद और 70,786 हेक्टेयर में 30 फीसद गिरावट की आशंका है. इसमें धान की फसल में 2,03,326 हेक्टेयर के सापेक्ष 12866 हेक्टेयर में 33 से 50 और 59,245 हेक्टेयर में 30 फीसद नुकसान हो सकता है.
पांच साल के वर्षा के आंकड़े(मिली मीटर): वर्ष कब से कब तक वर्षा 2017 15 से 30 जून 7.1 जुलाई 304.00 5 अगस्त 163.2 2018 15 से 30 जून 8.1 जुलाई 85.2 अगस्त 153.00 2019 15 से 30 जून 39.25 जुलाई 360.05 अगस्त 75.12 2020 15 से 30 जून 111.52 जुलाई 199.67 अगस्त 102.29 2021 15 से 30 जून 135.83 जुलाई 91.9 अगस्त 180.42 2022 15 से 30 जून 29.91 जुलाई 181.33 अगस्त-अब तक 65.83. वहीं एडीएम वित्त व राजस्व आजाद भगत सिंह का कहना है कि कम वर्षा का रिपोर्ट आपदा विभाग को प्रेषित कर दिया गया है. अब तक के आंकड़ों के अनुसार 33 से 50 फीसद के बीच में फसल के नुकसान की आंशका जताई जा रही है.
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