अंगूठे का क्लोन बनाकर खाते से रूपए निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार



आजमगढ़। पवई पुलिस ने अंगूठे का क्लोन बनाकर लोगों के खाते से रूपए निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस कृत्य में शामिल चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक साथी अभी फरार है। पुलिस ने इनके निशानदेही पर फिंगर क्लोन बनाने के उपकरण, 01 पोलिमर रबर स्टैम्प मशीन, बटर पेपर, पोलिमर रबर स्टैम्प फिंगर प्रिन्ट, प्रधानमन्त्री आयुष्मान भारत योजना के कूट रचित फार्म, 02 तमंचा व दो जिन्दा कारतूस, 01 मोटरसाईकिल व नकदी भी बरामद किया है।

25 जनवरी को पवई के जल्दीपुर निवासी मन्जीत कुमार अपने गांव के अन्य़ लोगो के साथ थाने में लिखित तहरीर दी कि बीर एकलब्य कालेज मे मनोज कुमार व सुरेन्द्ऱ द्वारा कैम्प लगाकर आयुष्मान कार्ड निशानी अंगूठा लेकर बनाया जा रहा है। उसी निशानी अंगूठा का प्रयोग कर धोखाधड़ी से खाते से आनलाईन पैसा निकाल लिया गया है। इस सूचना पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 28 जनवरी को थानाध्यक्ष पवई ब्रह्मदीन पाण्डेय व उ0नि0 योगेन्द्र प्रसाद ने आरोपी सुरेन्द्र कुमार पुत्र स्व0 सीताराम निवासी मकसुदिया थाना फूलपुर जनपद आजमगढ़ को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के आधार पर राकेश कुमार’ पुत्र बसन्तु ग्राम खुरासो , अनिल कुमार पुत्र रामराज निवासी खुरासो , बासदेव’ पुत्र स्व0 निरंजन ग्राम मानपुर को अशरफपुर बसही नहर पुलिया से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में मुख्य आरोपी राकेश कुमार ने बताया कि सुरेन्द्र कुमार ,बासदेव और अनिल कुमार ने मिलकर प्रधानमंन्त्री आयुष्मान योजना के फर्जी कूट रचित फार्म तैयार किये थे उसके बाद हम लोगो ने बीर एकलव्य इण्टर कालेज जल्दीपुर थाना पवई आजमगढ़ के शिक्षक मनोज कुमार पुत्र रामप्रसाद बिन्द को पैसा का लालच देकर अपने गिरोह मे मिला लिया। बीते 16 दिसबंर को बीर एकलव्य इण्टर कालेज जल्दीपुर मे हम लोग मिलकर कैम्प लगाये व क्षेत्र की जनता से आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर करीब 300 लोगो से फार्म व सादे कागज पर उनके अंगूठे के निशान व उनके आधार कार्ड नं0 प्राप्त कर लिये उसके पश्चात स्कैनर से अंगूठे के निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर उसके बाद पोलीमर रबर स्टैम्प मशीन जो हमलोगो के पास है उसकी सहायता से जनता के फिंगर प्रिन्टों के क्लोन रबर स्टैम्प पर उभार कर आधार कार्ड न0 का प्रयोग कर उनके बैंक खातो से पैसा निकाल कर आपस मे बाट लिया करते है।

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