आजमगढ़। संयुक्त विकास आयुक्त पी.एन वर्मा ने आरोप लगाया है कि मनरेगा योजना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए करोड़ के घोटाले की जांच के लिए बलिया गया था वहां बीडीओ व अन्य ने जांच में सहयोग न कर बल्कि जान से मारने की धमकी दी। इस संबंध में संयुक्त विकास आयुक्त ने ग्राम्य विकास विभाग के निजी सचिव अपर मुख्य सचिव को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। मिली जानकारी के अनुसार, आजमगढ़ के संयुक्त विकास आयुक्त पी.एन वर्मा का आरोप है कि ग्राम्य विकास विभाग के आदेश के क्रम में बलिया के विकास खंड बेलहरी के दो गांव सुल्तानपुर व भरहता में मनरेगा व प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच के लिए बलिया विकास भवन से सूचना प्राप्त करने का प्रयास किया। मुझे दिनभर विकास भवन के डीआरडीए में सूचना हेतु बैठाये रखा गया। शाम को करीब 7 बजे अनावश्यक सूचना उपलब्ध कराई गई। जिससे जांच संभंव नहीं थी। इस लिए जांच के लिए 26 नवंबर की तिथि निधार्रित की गई। उन्होंने बताया कि तय तारीख को सुबह आठ बजे से रात करीब 8.30 बजे तक इंतजार करता रहा। तभी खंड विकास अधिकारी दीपक त्रिवेदी अपने स्टाफ व अन्य दबंगों के साथ आए और मेरे स्टाफ के सामने ही गाली गलौज करने लगे। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इस प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
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