महामहिम आनंदी बेन पटेल का आजमगढ़ दौरा
आजमगढ़। सोमवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल महराजगंज से आजमगढ़ के पुलिस लाइन में पहुंचीं। वहां से वह कलेक्ट्रेट भवन पहुंचीं और प्रदर्शनी को देखा। एक-एक कर वह सभी स्टॉल पर गईं। जहां उन्होंने स्टॉल पर जानकारी ली। उन्होंने ब्लैक पॉटरी को देखकर प्रशंसा की। इस दौरान वह समूह की महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी व ब्लैक पॉटरी के उत्पादों ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद ) का निरीक्षण किया।
बच्चों को गोद लेकर करें क्षय रोग मुक्तः राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि हम सभी के सहयोग से भारत और उत्तर प्रदेश को क्षय रोग मुक्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति, महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं जिले के प्रथम क्लास के अधिकारी यदि एक-एक बच्चे को गोद लें तो क्षय रोग को आसानी से नियंत्रित एवं खत्म किया जा सकता है। कहा कि गांवों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों एवं समाजसेवी संगठनों को इसकी जानकारी देकर क्षय रोग के मरीजों को गोद लेने में मदद करें। कहा कि सभी अधिकारी स्कूलों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं प्राइवेट कॉलेजों को अधिक से अधिक इससे जोड़ें। राज्यपाल ने कहा कि जो नई शिक्षा नीति आई है, उसमें भी इसके लिए प्रावधान किया गया है। अगले 15 दिनों बच्चों को गोद लेने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किया जाए।
वाराणसी में मिलेगी यूरोपीय देशों जैसी चिकित्सा सुविधाः राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि अगले 03 महीनों में व्यापक अभियान चलाकर अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (गोल्डन कार्ड) बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में नई-नई सुविधाएं दी जा रही है, इसका अधिक से अधिक लाभ उठाया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट एवं अन्य बहुत सी सुविधाएं में वृद्धि की गई है। पंचायत स्तर/न्याय पंचायत स्तर पर भी सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार एवं दवाइयां उपलब्ध कराई गई है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 60 हजार करोड़ रुपए काशी के अस्पतालों की चिकित्सा सुविधा में वृद्धि के लिए पैकेज देने की घोषणा की है। शीघ्र ही वाराणसी में लंदन, अमेरिका एवं अन्य यूरोपीय देशों जैसे चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार बच्चों, महिलाओं एवं गरीबों के लिए प्रत्येक सेक्टर में लाभ देने के लिए प्रयासरत है।
घरों तक सीमित महिलाएं बनी आत्मनिर्भरः राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि पहले महिलाएं घरों तक ही सीमित थी, अब महिलाओं के लिए भारत सरकार अलग-अलग योजनाएं चलाकर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। परिवार की आय बढ़ने से देश की आय में भी वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि यदि महिलाएं सशक्त होंगी, तो देश भी सशक्त होगा। प्रधानमंत्री जी ने विशेषकर गरीब एवं मध्यम वर्ग को ऊपर उठाने के लिए योजना संचालित किया है। इससे महिलाओं को अलग पहचान मिली है एवं उनका गौरव बढ़ा है। साथ ही उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों, मीना जायसवाल मुबारकपुर, आदर्श कुमार सिधारी, पुष्पा देवी मुकेरीगंज, कु0 अनन्या मुकेरीगंज, हरिप्रसाद उपाध्याय मड़या तथा विवेक कुमार सिंह कंधरापुर से संवाद किया।
डीएम ने भेंट किया स्मृति चिन्ह
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने राज्यपाल महोदया को स्मृति चिन्ह भेंट किया तथा पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों एवं मार्ग दर्शन में हम सभी लोग कार्य करेंगे।इसके पश्चात राज्यपाल महोदय द्वारा जिला कारावास आजमगढ़ के परिसर में वृक्षारोपण किया गया।
सजा काटने के बाद न करें दूसरी गलतीः राज्यपाल
राज्यपाल ने जेल में बंदी एवं बच्चों को कपड़ा प्रदान कर कहा कि एक बार जो गलती हो गई है, उसकी सजा काटने के बाद दूसरी गलती न करें। महिलाओं के लिए सरकार द्वारा आजीविका मिशन शुरू किया गया है, इसके तहत महिलाएं जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। कहा कि रिहाई के बाद जेल से कैदियों को जो पैसा मिलता है, उसे परिवार में रोजगार के लिए लगाएं और रिहाई के बाद बदले की भावना को मन में न रखें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं को आगे आना पड़ेगा, दहेज की वजह से बेटियां को मार देने पर मां- बाप को बहुत दर्द होता है, ऐसा अभियान चलाया जाए कि दहेज प्रथा समाप्त हो और बेटियां सुरक्षित रहें।
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