मसाला कारोबारी के पत्नी की संदिग्ध मौत का मामला
कानपुर। अशोक नगर में बीत शुक्रवार देर रात मसाला कारोबारी की पत्नी आंचल की संदिग्ध मौत के मामले में उसके द्वारा लिखे पत्र ने सास और पति के वहशी हरकतों को उजागर कर दिया है। रविवार को आंचल के मायकों वालों के पास एक पत्र हाथ लगा है जिसमें आंचल के हस्ताक्षर भी है। उसके अनुसार सास गालियां बकती हैं...। मुझे घर में कैद करके रखा है...। मुझे एक-एक पैसे के लिए मोहताज कर दिया है...। सब मिलकर मुझे व मेरे बेटे अयांश को रास्ते से हटाना चाहते हैं...। हम पर अगर एक खरोंच भी आती है तो इसके जिम्मेदार यही लोग होंगे...।
परिजनों को यह पत्र रविवार को आंचल के घर से लाए गए उसके बच्चे के बैग में कपड़ों के बीच दबा हुआ मिला। आंचल की मां ने डीसीपी साउथ रवीना त्यागी को कॉल कर पत्र पुलिस कमिश्नर के हाथों में ही सौंपने की मांग रखी है। आंचल खरबंदा ने अंग्रेजी में लिखे पत्र में आरोप लगाया कि सूर्यांश हर रात घर से बाहर रहता है। उसे घर से बाहर नहीं जाने दिया जाता है। अगर कभी वो घर से बाहर जाने की कोशिश भी करती है तो उसे दोबारा घर में आने की इजाजत नहीं थी। आंचल ने अपनी और अपने बेटे अयांश की जान को भी खतरा बताया। पत्र में उसके साथ कुछ भी बुरा होने का जिम्मेदार पति सूर्यांश खरबंदा, सास निशा खरबंदा, फूफा भरत ग्रोवर, उनकी पत्नी मीनाक्षी ग्रोवर, ननद निकिता कोटवानी और उसके पति पुनीत कोटवानी को बताया है। आंचल की मां रीना ग्रोवर ने बताया कि उन्होंने अयांश के कपड़े बदलने के लिए उसके बैग से कपड़े निकाले। तभी कपड़ों के बीच से दो पन्नों का पत्र मिला। पत्र को पढ़ते ही वह फफक पड़ीं।
उल्लेखनीय है कि कानपुर के अशोक नगर में शुक्रवार देर रात एक मसाला कारोबारी की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। बाथरूम में दुपट्टे के फंदे से उसका शव लटकता मिला था। शव देखकर पति और सास फरार हो गए थे। जब मृतका के परिजन वहां पहुंचे तब घटना की जानकारी हुई। परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगा केस दर्ज कराया है।
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