अब प्रयागराज में भी सीखें ज्योतिष और कर्मकांड के गुर



अध्ययन-अध्यापन का प्रारूप तैयार, दो सेमेस्टर में 10 प्रश्नपत्र करने होंगे उत्तीर्ण  

प्रयागराज। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने जनवरी-2022 सत्र से दो नए पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है. पाठ्यक्रम को बोर्ड आफ स्टडीज से मंजूरी भी मिल चुकी है. अब 12 नवंबर को प्रस्तावित कार्य परिषद की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लगेगी. उक्त जानकारी कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि ज्योतिष और कर्मकांड के नए डिप्लोमा पाठ्यक्रम एक वर्ष के लिए होंगे. इसे संचालित करने की जिम्मेदारी संस्कृत विभाग के पास होगी. यह पाठ्यक्रम मुख्य परिसर के अलावा उत्तर प्रदेश के सभी क्षेत्रीय केंद्रों (प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, आगरा, मेरठ, कानपुर, झांसी, नोएडा, आजमगढ़, गोरखपुर, अयोध्या) के अलावा उनसे संबद्ध सभी 1300 अध्ययन केंद्रों पर संचालित किए जाएंगे. संस्कृत विभाग प्रोफेसर विनोद ने बताया कि ज्योतिष और कर्मकांड के अध्ययन-अध्यापन का प्रारूप तैयार कर लिया गया है. प्रत्येक सेमेस्टर में पांच-पांच प्रश्नपत्र रखे गए हैं. यानी शिक्षार्थियों को कोर्स पूरा करने के लिए दो सेमेस्टर में 10 प्रश्नपत्र उत्तीर्ण करने होंगे. अंतिम प्रश्नपत्र प्रयोगात्मक रखा गया है. अंतिम मुहर लगने के बाद जनवरी सत्र से दाखिले की कवायद शुरू कर दी जाएगी. इन पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 5200 रुपये शुल्क का प्रस्ताव रखा गया है. इसमें 12वीं उत्तीर्ण ऐसे छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा, जिन्होंने संस्कृत का अध्ययन एक विषय में अनिवार्य तौर पर किया हो.

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