वाह रे योगीराज-दलित को मिली उसके हक की जमीन लेकिन 8 वर्षीय एकलौते चिराग को खोकर!


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। लखीमपुर में 8 साल के दलित बच्चे का शव पेड़ से लटकता मिला। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। वह शाम को घास काटने निकला था। लेकिन लापता हो गया। परिजनों ने खोजबीन की तो घर से 250 मीटर दूर उसका शव केले के खेत में बबूल के पेड़ से लटकता मिला।परिजनों ने झंडी चौकी के इंचार्ज पर विपक्षियों से 5 लाख रुपए घूस लेकर हत्या करवाने का आरोप लगाया। पिता ने कहा, दरोगा ने धमकी दी थी कि सपा सरकार आने दो, घर जलवा दूंगा।परिजनों ने पुलिस को पेड़ से लाश नहीं उतारने दिया। उनके समर्थन में इकट्ठा लोगों ने हंगामा कर दिया। जब मौके पर एडिशनल एसपी पहुंचे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, तब परिजन शांत हुए। मामला गुरुवार शाम निघासन कोतवाली क्षेत्र के रघुवरनगर गांव का है। सीओ महक शर्मा ने बताया, पुलिस चौकी झंडी के इंचार्ज दुर्गेश कुमार शर्मा को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। आरोपों की जांच की जा रही है।शुक्रवार को बजरंग दल और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने गांव पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रघुवरनगर गांव के जमुना प्रसाद किसान हैं। उन्होंने बताया, पप्पू (8) मेरा इकलौता बेटा था। दो बेटियां शिल्पी (3) और चांदनी (1) हैं। घर में मेरी पत्नी ममता (35) और मेरे पिता तौले (68) रहते हैं। मेरे पास पुश्तैनी जमीन है।खेत के बगल गांव के नय्यूम अली, कय्यूम अली, सेहरुदीन, मुमताज, छोटे, मुश्ताक और जाहिद की जमीन है। ये लोग जबरदस्ती हमारी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। जिसको लेकर विवाद चल रहा है। पिता का दावा है कि लटकाने से पहले बेटे को पीटा गया पिता जमुना प्रसाद ने बताया, गुरुवार शाम साढ़े चार बजे को बेटा पप्पू गायब हुआ था। वह पशुओं के लिए चारा लेने गया था। शाम तक घर नहीं लौटा तो हमने तलाश शुरू की। शाम 6 बजे गांव के लोगों ने बताया कि तुम्हारे बेटे का शव केले के खेत में बबूल के पेड़ से लटका है। मैं मौके पर पहुंचा तो देखा बेटे के शरीर पर चोट के निशान थे। बनियाइन फटी थी। मेरा बेटा फांसी कैसे लगा सकता है? उसे पहले पीटा गया, जब उसकी मौत हो गई तो पेड़ से लटका दिया गया।
पिता ने कहा, मैं गरीब हूं, इसलिए अपने बेटे को पढ़ा नहीं पाया। उन्होंने दरोगा दुर्गेश कुमार शर्मा पर संगीन आरोप लगाए। बताया, वो कहता था, कहीं जाओ कुछ नहीं होगा। अखिलेश की सरकार आने दो, घर जलवा देंगे। योगी की सरकार है, तब भी मेरा दबदबा है।उन्होंने कहा कि गांव के मुसलमान लोग हम दलित लोगों को परेशान करते हैं। पप्पू के दादा तौले ने बताया कि मेरे पोते की मौत का जिम्मेदार झंडी चौकी का दरोगा है। मेरी आबादी की भूमि है, जिस पर दरोगा ने आरोपियों का कब्जा करा दिया है। हमने 160 एप्लिकेशन दिए, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। योगी, मोदी, डीएम, एसपी सब को शिकायत की, पर कोई जांच नहीं हुई। जब मेरे पोते की मौत हो गई तो तमाम पुलिस वाले थानेदार मौके पर आए, उससे पहले कोई नहीं आया। तौले राम के मुताबिक, दरोगा कहता था कि ऐसा मुकदमा लिखेंगे की खटिया से उठकर तारीख पर जाओगे। हमने अपने पोते की लाश पेड़ से उतारने नहीं दी, जब तक एसपी नहीं आए।
दरोगा ने आरोपियों से 5 लाख की रिश्वत लेकर मेरे पोते का मर्डर करवा दिया। आरोपियों ने चंदा इकट्ठा करके दरोगा को पैसा दिया है। हमने अपनी जमीन को बचाने के लिए नींव बना दी तो आरोपी नींव खोदने लगे। जिसका हमने विरोध किया तो वे लगातार धमका रहे थे। हमने अपनी जमीन की पैमाइश लेखपाल को 4 हजार रुपए देकर कराई थी, पर कानूनगो दस हजार लेकर विपक्षियों से मिल गया।
बच्चे की मां ममता ने बताया कि गांव के चुन्ना, मुमताज, छोटे, कय्यूम मेरे बेटे को लेकर गए और खूब मारा पीटा। फिर पेड़ से लटका दिया। झंडी चौकी की पुलिस मिली हुई है, दरोगा ने पैसे लेकर मेरे बेटे को मरवा दिया।
इस संदर्भ में एडिशन एसपी ने बताया कि मैं मौके पर हूं।बच्चे के पिता की ओर से दी गई तहरीर में जिन 4 लोगों को नामजद किया गया था वह चारों नामजद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करके जांच की जा रही है। आरोपी लेखपाल को हटाकर मृतक के पिता को उनके हिस्से की जमीन पूरी करा दी गई है। पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार भी हो गया है।

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