लखनऊ। समाजवादी पार्टी से निष्कासन के बाद रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज कुमार पांडे के इस्तीफे की चर्चाएं जोरों पर हैं, दावा किया जा रहा है कि वो विधायकी से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी से चुनाव लड़ सकते हैं। इन दावों के बीच समाजवादी पार्टी ने भी नई रणनीति पर काम तेज कर दिया है। खबरों की माने तो पार्टी की ओर से ऐसी तैयारी की जा रही है ताकि उपचुनाव की स्थिति में भी इस सीट पर सपा की जीत को सुनिश्चित किया जा सके।
समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों की मानें तो मनोज पांडे अगर अपनी सीट से इस्तीफा देते हैं और फिर ऊंचाहार सीट पर उपचुनाव कराए जाते हैं तो सपा की ओर से भी पूरी तैयारी के साथ अपने प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक ऐसी स्थिति में सपा घोसी सीट पर हुए उपचुनाव की रणनीति पर ही काम करेगी और जिताऊ उम्मीदवार पर दांव लगाएगी। यही नहीं जमीनी स्तर पर पार्टी को और मज़बूत किया जाएगा और चुनाव के आखिरी तक पूरे दम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा। दरअसल घोसी सीट पर 2022 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की थी। लेकिन, फिर उन्होंने विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। घोसी उपचुनाव की कमान खुद अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने संभाली थी और एक महीने पहले से ही उन्होंने वहां डेरा डाल दिया था। जिसके बाद सपा के सुधाकर सिंह ने दारा सिंह को हराकर उपचुनाव में जीत दर्ज की थी।
बता दें समाजवादी पार्टी ने तीन बागी विधायकों अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज पांडे को पार्टी से निकाल दिया है जिसके बाद से प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है। सपा की इस कार्रवाई के बाद मनोज पांडे के इस्तीफा देने की चर्चाएं भी चल रही है। जबकि अभय सिंह और राकेश प्रताप सिंह ने भी कहा है कि वह अपने समर्थकों से बात कर के फैसला करेंगे कि क्या करना है। सपा ने इन्हें पार्टी से निकाला है इसलिए इन तीनों पर दलबदल का क़ानून लागू नहीं होता है। ऐसे में इस्तीफा देने पर ही इन तीनों सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं।
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