एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के मुताबिक पूछताछ में मोनू ने बताया कि आस्था की हत्या के बाद उसके कटे सिर को जानी गंगनहर में फेंका गया। पुलिस हिरासत में छात्रा की मां राकेश देवी से भी महिला पुलिस पूछताछ कर रही है। छात्रा के परिजनों से पुलिस अलग-अलग जानकारी जुटा रही है। पुलिस का दावा है कि छात्रा के कटे हुए सिर की बरामदगी के बाद इस वारदात में और भी बड़ा खुलासा हो सकता है। छात्रा के मौसेरे भाई गौरव को भी पुलिस ढूंढ रही है। पुलिस का कहना है कि गौरव से कई राज खुलेंगे, क्योंकि पुलिस ने कई लोगों के मोबाइल नंबरों की भी सीडीआर निकाली है।
जेब से मिले दोस्त के मोबाइल फोन नंबर से ही इस हत्याकांड का खुलासा हुआ है। पहले पुलिस दोस्त तक पहुंची, उसने शव देख कर आस्था उर्फ तनिष्का के रूप में मृतका की पहचान की। धड़ रजबहे में मिला, जबकि कटे सिर को गंगनहर में फेंका गया। ऐसे में यदि छात्रा के पास से मोबाइल नंबर नहीं मिलता तो छात्रा की पहचान कराना पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता। छात्रा के शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले दादरी पहुंचकर छात्रा की मां और दोनों भाइयों को उठाया। इसके बाद छात्रा की मां को लेकर पुलिस उसके मायके महरौली पहुंची। वहां से पुलिस ने छात्रा के दो मामाओं और ममेरे भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
पुलिस ने छात्रा के पिता रमेश के मोबाइल फोन की भी सीडीआर निकाली है, ताकि पता चल सके की उनकी लोकेशन कहां थी और किसने उससे बात की है। वहीं, छात्रा के मामा के घर महरौली जाकर भी छात्रा के सिर की तलाश की गई। छात्रा की हत्या के बाद मां गुमशुदगी का नाटक रचती रही और छात्रा की तलाश में जुटी रही। ग्रामीण भी छात्रा को तलाश करने में लगे थे, मगर पुलिस को कोई सूचना नहीं दी थी। बृहस्पतिवार शाम को दादरी गांव में घर पर कुछ पड़ोसी बैठे थे। उनका कहना था कि छात्रा गायब है, लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला। पुलिस जब गांव में आई तो पता चला कि उसकी हत्या हो गई।
छात्रा ने सकौती के सूरजमल स्कूल से कक्षा 11वीं की पढ़ाई करने के बाद कक्षा 12 में प्रवेश लिया था। दोस्त से उसकी मुलाकात भी होती थी। गांव में घटना का पता चलने के बाद भी कोई बोलने को तैयार नहीं है। गांव में सन्नाटा पसरा है। घर पर मां राकेश देवी, दो छोटे भाई 14 और 11 साल के हैं। तीन बच्चों में छात्रा सबसे बड़ी थी। मेरठ के परतापुर के बहादरपुर गांव के रजबहे में बृहस्पतिवार को 12वीं की छात्रा की सिर कटी लाश मिली। उसकी सलवार की जेब में मिले कागज पर मोबाइल नंबर लिखा था। यह उसके दोस्त का था। दोस्त ने शव की पहचान दौराला के दादरी गांव निवासी आस्था उर्फ तनिष्का (17) के रूप में की। पुलिस ने छात्रा की मां, भाई, दो मामा व ममेरे भाई और दोस्त को हिरासत में ले लिया। पुलिस टीम छात्रा के सिर की तलाश जानी गंगनहर में कर रही है।
एसएसपी विपिन ताडा के मुतबिक छात्रा की एक किशोर से दोस्ती थी। इसके विरोध में परिजनों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। मां ने किशोरी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद ममेरे भाई और मौसरे भाई ने छात्रा का सिर काटकर धड़ रजबहे में फेंक दिया। दादरी निवासी रमेश कुमार की बेटी आस्था बुधवार से लापता थी। रमेश सीआरपीएफ में जवान हैं और उनकी पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में है। परिवार के लोगों ने आस्था के लापता होने की जानकारी पुलिस को नहीं दी। बृहस्पतिवार सुबह सिर कटी लाश रजबहे में मिली तो लोगों की भीड़ जुट गई।
परतापुर पुलिस ने पहुंचकर सिर ढूंढने का प्रयास किया, मगर वह नहीं मिला। छात्रा की सलवार की जेब में एक मोबाइल नंबर लिखा कागज का टुकड़ा पुलिस को मिला। पुलिस ने उक्त नंबर पर कॉल की। यह दौराला क्षेत्र के नंगली साधारण निवासी किशोर का था। पुलिस ने किशोर से पहचान कराई। उसने छात्रा को दोस्त बताया। फोन पर लगातार बातचीत की बात भी कही। इसके बाद पुलिस छात्रा के घर दादरी गांव में पहुंची। यहां छात्रा की मां राकेश देवी और नाबालिग दो भाइयों से आस्था के बारे में जानकारी ली। परिजन आस्था की गुमशुदगी, उसकी तलाश के प्रयास सहित कई सवाल के जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने छात्रा की हत्या के शक में मां, भाई, दो मामा, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू व दोस्त को हिरासत में ले लिया। आस्था के मामा कमल और समरपाल सिंह परतापुर थानाक्षेत्र के महरौली गांव के निवासी हैं। यह घटनास्थल के पास वाला ही गांव है।
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