बदमाशों ने जीरो टॉलरेंस को चिढ़ाया, मुठभेड़ों से थर्राया UP... दो बदमाश ढेर, सिपाही शहीद!


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाला यूपी पिछले 12 घण्टों में हुई तीन मुठभेड़ों से थर्रा रहा है। अब तक कौशांबी और जौनपुर में एक-एक बदमाश ढेर हो गये जबकि बुलंदशहर में 9 वर्ष की बच्ची का अपहरण कर हत्या करने वाले बदमाश को मुठभेड़ में घायल होने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। कौशाम्बी के एनकाउंटर में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में कुख्यात बदमाश संतोष उर्फ राजू मारा गया। पुलिस ने घायल बदमाश को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।यह मुठभेड़ कोखराज थाना इलाके के ककोढा हाईवे किनारे शनिवार की रात करीब 11 बजे हुई है। एसपी राजेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को राजस्थान अजमेर के जगपुरा गांव का रहने वाला साबरमल मीणा (40) अपने ट्रेलर में गुजरात से कॉपर वायर लोड कर प्रयागराज के सूबेदारगंज के लिए निकला था। जिसकी कीमत करीब चार करोड़ है।रास्ते में कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढा हाईवे पर कुख्यात बदमाश सन्तोष उर्फ राजू ने अपने गैंग के दो सदस्यों के साथ अर्टिगा कार से ओवरटेक कर ट्रेलर रोक लिया और ड्राइवर साबरमल मीणा को गन पॉइंट पर पहले धमकाया। फिर उसे यह लालच दिया कि कॉपर वायर किसी और को बेच देते हैं। जिसके बदले उसे भी हिस्सा देंगे। जब ड्राइवर साबरमल मीणा ने बदमाशों से कहा कि यह ट्रेलर उसका खुद का है और यह कॉपर वायर रेलवे का है। वो ऐसा गलत काम नहीं करेगा। इतने में बदमाश संतोष उर्फ राजू ने ड्राइवर साबरमल मीणा को पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी और अपने दो साथियों की मदद से उसके शव को झाड़ियों में फेंक दिया। बदमाश कॉपर वायर लदा ट्रेलर ले जाकर प्रतापगढ़ की सीमा में खड़ा कर दिया।
शनिवार की रात बदमाश संतोष उर्फ राजू चार लोगों के साथ दो करोड़ में कापर वायर का सौदा कर रहा था। तभी कोखराज पुलिस ने बदमाश संतोष उर्फ राजू और चार अन्य खरीददार को धर दबोचा। पुलिस की पूछताछ में बदमाश संतोष ने अपना जुर्म कबूल किया। जिसके बाद पुलिस घटना में इस्तेमाल पिस्टल बरामद करने के लिए उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची। तभी झाड़ियों में छिपाकर रखे लोडेड पिस्टल से बदमाश संतोष उर्फ राजू ने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दी। एसएचओ कोखराज चंद्रभूषण मौर्य और एक दरोगा के बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी। आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्रवाई में बदमाश संतोष उर्फ राजू के सीने में छह गोली लगी है। मारा गया बदमाश संतोष उर्फ राजू जौनपुर के खेतासराय थाना क्षेत्र के पोरई कला गांव का रहने वाला था। इसके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। कुछ मुकदमे मुंबई में भी दर्ज हैं। घटना में शामिल इसके दो साथी अभी भी फरार हैं। यह गैंग हाईवे पर रेकी कर कीमती धातु से लोड वाहनों में लूटपाट करते थे
दूसरा मुठभेड़- शनिवार की रात को जौनपुर में हुई। जिसमें पुलिस ने एक गोतस्कर को मार गिराया। इस दौरान एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गए। दो तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हैं। इनके तीन साथी फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। मुठभेड़ जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र में हुई। 14 मई की रात पशु तस्करों ने जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के पराउगंज चौकी प्रभारी प्रतिमा सिंह और उनकी टीम को जान से मारने के उद्देश्य से पिकअप से टक्कर मारी थी। इसमें प्रतिमा सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। ट्रामा सेंटर वाराणसी में उनका इलाज चल रहा है। घटना के बाद से जिले भर में पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था। इसी कड़ी में शनिवार की रात चंदवक थाना प्रभारी निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह पुलिस टीम के साथ खुज्झी मोड़ पर चेंकिग कर रहे थे। इस दौरान रात करीब 11.50 बजे पिकअप से गोतस्कर आजमगढ़ की तरफ से आते दिखे। पुलिस टीम ने उन्हें रुकने के लिए कहा गया तो उन्होंने जान से मारने की नियत से पुलिस फोर्स पर गाड़ी चढ़ा दी। इसमें हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसकी बाद में मौत हो गयी। इसके बाद आरोपी वाराणसी की तरफ भागने लगे।पुलिस व एसओजी टीम ने पिकअप और गोतस्करों का पीछा किया। पीछा करते हुए टीम वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के ताला बेला गांव तक पहुंची। गोतस्करों ने यहां पिकअप गाड़ी खड़ी कर दी। इसके बाद दो बाइक पर तीन-तीन लोग सवार होकर चंदवक थाने की तरफ भागने लगे। चंदवक थाना क्षेत्र में पहुंचने पर पुलिस टीम से उनका सामना हुआ। पुलिस को देखकर बदमाशों ने उन पर फायरिंग झोंक दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर के सीने में जबकि दो तस्करों के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गए। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन साथी फरार हो गए।सलमान के सीने में गोली लगने के कारण डॉक्टरों ने उसे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वह जलालपुर थाना क्षेत्र के मुथरापुर कोटवा का रहने वाला था।
तीसरा मुठभेड़ बुलंदशहर में हुई।
जिले में नौ साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या का मामला प्रकाश में आया है। बच्ची के साथ दरिंदगी की भी आशंका जताई गई है। पुलिस ने बच्ची का शव मिलने के तीन घंटे बाद ही मुठभेड़ के बाद आरोपी को पकड़ लिया।

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