मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने पिछले ग्यारह दिनों में 5 बदमाश ढेर किये, जबकि दो सिपाही भी शहीद हुये हैं। बुधवार की देर रात हापुड़ में एसटीएफ ने लॉरेंस बिश्नोई व हाशिम बाबा गैंग के अंतरराज्यीय शार्प शूटर नवीन को मुठभेड़ में मार गिराया। इस मुठभेड में एसटीएफ के अंकुर और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के विजेंद्र घायल हो गये। मारे गये बदमाश के कब्जे से बिना नंबर की बाइक, एक पिस्टल तथा कारतूस बरामद हुई हैं। दूसरा साथी अंधेरे में भाग निकला, उसकी तलाश में हापुड़ पुलिस, यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस कांबिंग कर रही है। वर्तमान में लॉरेंस विश्नोई गैंग में सम्मिलित होकर नवीन हरियाणा के गुरुग्राम के एक हत्याकांड का मुख्य शूटर था। 26 लाख की डकैती में दिल्ली से वांछित चल रहा था। अभिनेता सलमान खान हों या अन्य कोई ऐसा हाईप्रोफाइल जिसे लॉरेंस विश्नोई गैंग की धमकी मिल चुकी है उनको नवीन के मारे जाने की खबर से राहत महसूस होगी। बताते हैं कि लॉरेंस विश्नोई के कई बड़ी सुपारियों का इसने सफल ऑपरेशन किया था। वारदात को अंजाम देने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल देता था। नवीन पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, डकैती और मकोका जैसे करीब 20 संगीन आपराधिक मामले दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इनमें से दिल्ली के दो मामलों में उसे कोर्ट से सजा भी मिल चुकी थी।
लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करने वाले हाशिम बाबा और नवीन दिल्ली-एनसीआर के जुर्म की दुनिया में कुख्यात है। हाशिम बाबा उत्तरी पूर्वी दिल्ली का गैंगस्टर है। एसटीएफ नोएडा के एएसपी आरके मिश्रा ने बताया कि हत्या में वांटेड चल रहा नवीन की जानकारी मिली थी कि वह यूपी-एनसीआर में बड़ी घटना को अंजाम देने में लगा है। जिनके पीछे एसटीएफ और दिल्ली स्पेशल सेल की टीम लगी हुई थी। पुलिस लगातार 20 दिन से इसकी तलाश में भटक रही थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो नवीन को भनक लग गयी थी कि उसके पीछे पुलिस पड़ गयी है। पुलिस के अनुसार वह किसी बड़ी घटना की सुपारी लिया था, इसी लिये 20 दिन में 20 हजार किलोमीटर चल कर ठिकाने बदलता रहा। बुधवार की रात उसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए हापुड़ की तरफ गया था। पुलिस टीम इसके पीछे थी।पुलिस के अनुसार जैसे ही नवीन को शक हुआ कि मेरे पीछे लगे लोग पुलिस टीम के लोग हैं उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसमें दो पुलिसकर्मी अंकुर औरविजेंद्र घायल हो गए। पुलिस ने खुद को बचाने के लिए आत्मरक्षा में फायरिंग की। जिसमें यह घायल हो गया। जिसको आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। परंतु चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है।
यूपी एसटीएफ के अधिकारी का दावा है कि पिछले
कुछ समय से देशभर में लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। मुजफ्फरनगर और मथुरा में भी इस गैंग के सदस्यों को पुलिस हाल के दिनों में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि बुधवार की रात को नवीन की मौत इसमें एक अहम कड़ी मानी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि इससे गैंग के अंदरूनी तंत्र और फंडिंग नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
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