मृतका रुखसार के भाई ने बताया कि रुखसार उसकी बड़ी बहन थी। रुखसार का निकाह हापुड़ जिले के गोंडी सलाई निवासी शाहनवाज से आठ साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से हुआ था। शुरुआत में दोनों पति-पत्नी आपस में काफी प्रेम भाव से रह रहे थे, लेकिन कुछ समय बाद जीजा शाहनवाज का किसी और महिला से संबंध हो गया। जब इसकी जानकारी बहन रुखसार को हुई तो उसने विरोध किया। विरोध पर जीजा शाहनवाज ने उसके साथ मारपीट की। भाई ने बताया कि अपने साथ हुई मारपीट की जानकारी रुखसार ने जब हम लोगों को दी तो हमने शाहनवाज के खिलाफ थाने में शिकायत पत्र देकर मुकदमा दर्ज करवा दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद शाहनवाज ने ससुराल पक्ष से समझौता करने को कहा, भरी पंचायत में शाहनवाज ने मारपीट करने को लेकर माफी मांगी। साथ ही रुखसार को अपने साथ गाजियाबाद लेकर चला आया। यहां डासना के मुगल गार्डन में एक किराए का कमरा लेकर रहने लगा। हालांकि उसकी हरकतें तब भी वैसी ही थीं, जैसे पहले थीं। 20 अगस्त की रात को एक बार फिर दोनों के बीच गाली-गलौज और मारपीट हुई। फिर आरोपी शाहनवाज ने तकिया से मुंह दबाकर रुखसार की हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद आरोपी शाहनवाज ने रुखसार के परिवार वालों को फोन कर जानकारी दी कि उनकी बेटी की हार्ट अटैक पड़ने से मौत हो गई है। परिजनों ने रुखसार के शव को देखने के बाद उसकी स्वाभाविक मौत मान ली और पिलखुआ के कब्रिस्तान में दफना दिया। शाहनवाज और रुखसार के एक बेटी और बेटा हैं, जिनकी उम्र 7 साल और 5 साल है। दोनों बच्चों को उनके ननिहाल वाले अपने साथ में हापुड़ के पिलखुआ ले आए थे। बीते बुधवार को 5 साल के बेटे ने ननिहाल वालों को बताया कि पिता शाहनवाज ने मां के साथ मारपीट की थी और रात में पिता ने तकिए से मम्मी का गला दबाकर हत्या कर दी थी। बच्चों से मिली जानकारी के बाद जब परिवार वालों ने रुखसार पति शाहनवाज से पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात उनके सामने कबूल ली, जिसके बाद लड़की के घर वालों ने आरोपी पति शाहनवाज को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया।
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